Posted on 19 Sep, 2016 8:09 pm

भोपाल : सोमवार, सितम्बर 19, 2016, 19:10 IST
 

प्रदेश में गोवर्द्धन पूजा दिवस 31 अक्टूबर से पशुपालन विभाग टीकाकरण अभियान चलायेगा, जिसमें लगभग 2 करोड़ पशुओं को विभिन्न रोग-प्रतिरोधक टीके लगाये जायेंगे। मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास विभाग भी प्रदेश के जलाशयों में मत्स्य-उत्पादन दोगुना करने के लिये 31 अक्टूबर से ही जलाशयों में 8 करोड़ मछली के बीज डालने का अभियान शुरू करेगा, जिससे सालभर बाद 20 करोड़ मछली प्राप्ति की संभावना है, जिसका सीधा लाभ मत्स्य-पालकों को मिलेगा। यह जानकारी आज यहाँ पशुपालन, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास, कुटीर एवं ग्रामोद्योग एवं पर्यावरण मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य ने विभागीय गतिविधियों की समीक्षा करते हुए दी। बैठक में प्रमुख सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग श्रीमती वीरा राणा और प्रमुख सचिव पशुपालन एवं मत्स्य-पालन श्री अश्विनी राय भी मौजूद थे।

संजीवनी वाहन 108 की तर्ज पर रोगी पशुओं के लिये संभवत: एक जनवरी, 2017 से 109 संजीवनी सेवा शुरू की जायेगी। प्रथम चरण में इसे प्रत्येक जिले के एक-एक विकासखण्ड से शुरू किया जायेगा।

उत्कृष्ट कार्यों के लिये पुरस्कृत होंगे

मंत्री श्री आर्य ने कुटीर एवं ग्रामोद्योग के उद्यमियों के सम्मेलन करने के निर्देश दिये। श्री सिंह ने कहा कि सम्मेलन में इस क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले उद्यमियों को पुरस्कृत भी किया जायेगा। श्री आर्य ने रेशम उत्पादन, धागाकरण, क्षमता विकास की समीक्षा की। बताया गया कि धागाकरण क्षमता बढ़ाने के लिये प्रदेश में 7 ऑटोमेटिक रीलिंग मशीनें लगायी जायेंगी, जिससे 60 प्रतिशत अधिक क्षमता का विकास होगा। कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग ने मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना में भौतिक लक्ष्य 7000 के विरुद्ध 11 हजार 393 प्रकरण बैंकों में प्रेषित किये गये हैं, जिनमें से 3521 प्रकरण स्वीकृत हो चुके हैं।

जल प्रदूषण के प्रति बढ़ी है जन-जागरूकता

पर्यावरण विभाग एवं मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने जानकारी दी कि विभाग द्वारा प्रदेश के सभी जिलों में ईको फ्रेण्डली गणेश मूर्ति निर्माण का प्रशिक्षण दिया गया था, जिसके चलते इस बार नदी-तालाबों में 50 प्रतिशत कम मूर्तियों का विसर्जन हुआ। अधिकांश लोगों ने मिट्टी की गणेश प्रतिमा का घर में ही विसर्जन किया। गत 4 अगस्त को हरियाली-महोत्सव में खण्डवा में 6000, इंदौर कार्यालय के अधीन उद्योगों और कार्यालयों में 63 हजार 854 और उज्जैन में क्षिप्रा नदी किनारे 10 हजार पौध-रोपण किया गया।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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