Posted on 24 Sep, 2018 6:40 pm

 

रतलाम जिले के सज्जनपाडा निवासी आशीष सिसोदिया गुलाब की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। अब पूरे क्षेत्र में इनकी गिनती प्रगतिशील किसान के रूप में होती है। मैकेनिकल इंजीनियर आशीष ने कुछ समय मुम्बई में एक प्राइवेट कम्पनी में नौकरी की, लेकिन पारिवारिक कारणों से उन्हें रतलाम लौटना पड़ा। पिता की समझाईश पर उन्होंने खेती में दिलचस्पी ली।

आशीष के परिवार में परम्परागत रूप से खेती होती रही है लेकिन यह युवा खेत में आधुनिक तरीके से खेती करना चाहता था। आशीष को उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से चर्चा करने पर पॉली हाऊस लगाने की सलाह मिली, तो उन्होंने खेत में पहला पॉली हाऊस लगाया। एक साल बाद ही उन्होंने अपने खेत में दूसरा पॉली हाऊस भी बना लिया है। उद्यानिकी विभाग से उन्हें पॉली हाऊस लगाने के लिये 50 प्रतिशत सब्सिडी भी मिली है।

युवा किसान आशीष ने पॉली हाऊस में 32 हजार गुलाब के पौधे लगाये हैं। उन्हें 4-5 रंगों के करीब 4 हजार फूल कटिंग करने के बाद एक दिन छोड़ दूसरे दिन मिल रहे हैं। आशीष इन फूलों को रेल्वे के माध्यम से दिल्ली, मुम्बई और जयपुर की मंडियों में बिक्री के लिये भेज रहे हैं। सारे खर्च निकालने के बाद आशीष को प्रति वर्ष औसतन 10 से 12 लाख रुपये तक आमदनी गुलाब की खेती से हो रही है।

आशीष बताते हैं कि पॉली हाऊस में साल भर खेती की जा सकती है। सर्दी, गर्मी और बरसात जैसे मौसम की तीव्रता में पॉली हाऊस के कारण खेती पर विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता। ड्रिप सिंचाई सिस्टम इस्तेमाल करने से खुले में खेती करने की तुलना में मात्र 5 प्रतिशत पानी की खपत पॉली हाऊस में होती है। दस बीघा में ओपन खेती करने की तुलना में एक बीघा में तैयार पॉली हाऊस में खेती कर ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है। आशीष क्षेत्र के अन्य किसानों को भी पॉली हाऊस में खेती करने के लिये प्रोत्सहित कर रहे हैं।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​

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