Posted on 05 Apr, 2018 7:14 pm

गुना जिला अस्पताल स्थित एन.आई.सी.यू. इकाई में अब तक 29 हजार नवजात शिशुओं को उपचार कर नया जीवन प्रदान किया गया है। इस इकाई में जन्म से ही गंभीर बीमारियों से पीड़ित शिशुओं का इलाज किया जाता है। वर्ष 2007 से संचालित यह मध्यप्रदेश की प्रथम इकाई है। प्रदेश में इसको मॉडल मानक के रूप में स्थापित कर सभी जिलों में इकाई संचालित की जा रही हैं।

सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डॉ. एस.पी. जैन कहते हैं कि जीरो से 28 दिन के शिशुओं के लिए वातानुकूलित, देशी-विदेशी आधुनिक स्वास्थ्य उपकरणों से युक्त इस इकाई में किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाता है। दवाईयाँ भी शासन की तरफ से नि:शुल्क दी जाती हैं और 24 घंटे इमरजेंसी सुविधाएँ मौजूद हैं। इकाई में वेंटीलेटर, सी पेप वार्मर, मल्टी पेरा, इन्फ्यूजन पम्प, पल्स ऑक्सीमीटर, फोटो थैरेपी और ए बी जी ए की जाँच सुविधा भी उपलब्ध है। जिले में नवजात शिशु को गंभीर बीमारी होने पर प्रायवेट और शासकीय अस्पताल इसी इकाई में रेफर करते हैं।

नैगवां के नरेन्द्र साविदा कहते हैं कि जन्म के बाद जब मेरे बच्चे ने हाथ पाँव नहीं हिलाये और न ही रोया, तो दिल काँप उठा। डॉक्टरों ने बच्चे को इस इकाई में तत्काल भेजा। इकाई में 16 दिन तक भर्ती रहने के बाद आज मेरा बच्चा स्वस्थ है। उसको हदय एवं फेफड़े की परेशानी थी। इसी तरह गुना के राजेश गौर भी कहते हैं आज हम इकाई की बदौलत ही अपनी बच्ची को देख पा रहे हैं। बच्ची को जन्म के साथ ही सांस की तकलीफ के साथ पीलिया हो गया था। एक हफ्ते यहाँ भर्ती रहकर ईलाज के बाद आज मेरी बेटी स्वस्थ है।

सक्सेस स्टोरी (गुना)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

Recent