गरीबों को खाद्यान्न, मकान एवं नौजवानों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित
Posted on 27 May, 2016 5:29 pm
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का संकल्प है कि प्रदेश को स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाना है। इसके लिए गरीबों को एक रूपये पर खाद्यान्न, मकान और नौजवानों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित है। जब तीनों लक्ष्य पूर्ण होंगे तो स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनेगा। उच्च शिक्षा, कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं उमरिया जिला प्रभारी मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने यह बात 'ग्रामोदय से भारत उदय'' अभियान में उमरिया में जिला-स्तरीय हितग्राही सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश का कोई भी व्यक्ति भूखे पेट नहीं सोएगा। पाँच करोड लोगों को एक रूपये पर गेहूँ और चावल दिया जा रहा है।
श्री गुप्ता ने कहा कि अभियान में 60 हजार से अधिक हितग्राही लाभान्वित हुए हैं। सरकार 50 हजार करोड़ व्यय कर आम जनता को 24 घंटे विद्युत दे रही है। सिंचाई का रकबा 36 लाख हेक्टेयर से बढ़ाकर 2018 तक 60 लाख हेक्टेयर करने का लक्ष्य निर्धारित है। उन्होंने कहा कि सड़क, स्वास्थ्य और संस्कार की योजनाएँ सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुँचाने के लिये सरकार प्रतिबद्ध है।
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि अभियान में ग्राम-सभाओं के माध्यम से ग्रामों के चहुँमुखी विकास की अवधारणा तैयार की गई है। उन्होंने कल्याणकारी योजनाओं में बीपीएल-कार्ड, ऋण-पुस्तिका, विधवा-पेंशन, दिव्यांग पेंशन, गरीबी रेखा में नाम जोड़ने, पेयजल सुविधा, तालाब गहरीकरण, जल-संरचनाएँ, कृषि को लाभ का धंधा बनाने सहित अन्य योजना का लाभ लेने के लिए हितग्राही को आगे आने तथा जुड़ने की बात कही।
सांसद श्री दलपत सिंह परस्ते ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकारें योजनाएँ तो लाती हैं पर हितग्राही उनका लाभ लेने के लिए आगे आयें तभी विकास होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन के सपने को साकार करने में सबके सहयोग की अपील की।
विधायक सुश्री मीना सिंह ने कहा कि सरकार की नीति और नियत में कोई अंतर नहीं है। योजनाएँ बनने के साथ ही तत्काल गाँव तक पहुँचती हैं।
एक हजार से अधिक हितग्राही लाभांवित
श्री गुप्ता ने अभियान में 1000 से अधिक हितग्राही को प्रतीक स्वरूप लाभान्वित किया। उन्होंने विकासोन्मुखी प्रदर्शनी को भी देखा।
श्री गुप्ता ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना में 10 लाड़लियों के पैर धोकर चंदन टीका लगाया तथा चुनरी दी। कार्यक्रम में 101 गर्भवती माताओं को मेडिसिन किट, नारियल, चूड़ी, बिंदी, चुनरी एवं गुल्लक प्रदान की गई।
साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश