Posted on 13 Jul, 2018 6:08 pm

बिजली बिल के बोझ से बेहाल असंगठित श्रमिक और गरीबी रेखा के नीचे जीवन बसर करने वाले लोग मुख्यमंत्री बकाया बिजली बिल माफी योजना के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की तारीफ करते हुए नहीं थक रहे।

जबलपुर की कोकिला बाई यादव 58 हजार 209 रुपये के बिजली बिल माफी के बाद बेइन्तहा खुश हैं। उन्होंने कहा कि मैं इतनी बड़ी राशि चुका न पाने से बहुत परेशान थी। सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझको इतनी बड़ी सहायता मिलेगी और मात्र 200 रुपये प्रतिमाह की दर पर मेरा घर बिजली से रौशन होगा। पेशे से मजदूर कमलेश चौधरी का 17 हजार 765 रुपये का बिजली बिल माफ हुआ है। कमलेश के साथ-साथ श्रमिक प्रहलाद राजपूत, नीलू सोनकर, शेख महबूब, मंजू बाई कोल, मनोज चौहान, दीपक कुमार आदि कहते हैं कि हजारों रुपये के बिजली बिल ने हमारी नींद हराम कर दी थीं। अब हम मुख्यमंत्री की कृपा से चैन की नींद सो रहे हैं।

सवा लाख रुपये से अधिक का बिजली बिल हुआ माफ

दमोह में गनेशी-महेश कोरी का एक लाख 26 हजार रुपये, शेख नईम का 25 हजार, मोहम्मद असलम का 41 हजार 563, अब्दुल तोहिद का 34 हजार 444 रुपये आदि का बिजली बिल माफ होने से बिन त्यौहार खुशी का आलम है।

उमरिया के ग्राम बेली निवासी प्रभु बैगा 57 हजार 242 रुपये का बिजली बिल माफ होने से मुख्यमंत्री को दुआएँ दे रहे हैं। वनोपज, लकड़ी बेचकर और चरवाहे का काम करने वाले प्रभु बैगा कहते हैं कि मुख्यमंत्री ने भगवान की तरह सहारा दिया है। वरना मैं तो कर्जे में डूब जाता। प्रभु बैगा ने बताया कि 17-18 साल पहले बिजली का कनेक्शन यह सोचकर लिया था कि मिट्टी के तेल पर खर्चा होने वाले 20-30 रुपये से बिल भर दिया करूंगा। पर आर्थिक तंगी के चलते बिजली देयक की राशि धीरे-धीरे बढ़ती गई और सामर्थ्य से बहुत बाहर हो गई। प्रभु ने बताया कि सरकार द्वारा दिसम्बर 2017 से योजना में पत्नी को भी 1000 रुपये की राशि दी जा रही है। अब खाने-पीने और छोटी-मोटी जरूरतें पूरी हो जाती हैं।

सक्सेस स्टोरी (जबलपुर,दमोह,उमरिया)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश