Posted on 29 Jun, 2018 5:24 pm

गरीबी भाषण से नहीं, सरकार द्वारा बनायी जाने वाली ठोस नीतियों से हटती है। राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने यह बात वार्ड-47 में मुख्यमंत्री जनकल्याण (संबल) योजना में असंगठित श्रमिकों के कार्ड वितरण कार्यक्रम में कही। वार्ड-47 के 4 हजार असंगठित श्रमिकों को योजना के स्मार्ट कार्ड वितरित किये गए।

श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार ने गरीबी हटाने के लिये सबसे पहले एक रुपये किलो गेहूँ, चावल और नमक देने की शुरूआत की। प्रदेश में लगभग 6 करोड़ लोगों को यह सुविधा मिल रही है। इसके बाद मुख्यमंत्री कन्यादान/निकाह योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना सहित अनेक योजनाएँ और संबल योजना के माध्यम से गरीबी के अभिशाप को हटाने का पुख्ता इंतजाम किया गया है। योजना में शामिल परिवारों के बच्चों की फीस सरकार भरेगी। इलाज का खर्च सरकार उठायेगी। गर्भवती महिलाओं को 4 हजार रुपये, प्रसव पर 12 हजार रुपये दिये जायेंगे। दुर्घटना में मृत्यु पर 4 लाख और सामान्य मौत पर 2 लाख रुपये तथा अपंगता पर एक लाख रुपये मिलेंगे। अंत्योष्ठी के लिए 5 हजार रुपये दिये जायेगे। बिजली का बिल 200 रुपये महीना लगेगा। पुराना बिल माफ कर दिया जायेगा। श्री गुप्ता ने बताया कि योजना शहर के सभी व्यक्ति पात्र होंगे जो आयकर दाता नहीं हैं और शासकीय सेवा में नहीं है। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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