Posted on 07 Oct, 2017 5:22 pm

गरीब परिवार के बच्चों की उच्च शिक्षा की राह मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना ने आसान कर दी है। अब इन परिवारों को अपने लाड़ले/लाड़ली को किसी भी बड़े कॉलेज में पढ़ाने के लिए किसी के सामने हाथ नहीं फैलाना पड़ता। आई.आई.टी. में प्रवेश लेने वाले जबलपुर के श्री केशव राठौर हों या एम.बी.बी.एस. में प्रवेश लेने वाली रीवा की कुमारी जसमिन पटेल हो। सभी का यही कहना है कि इस योजना ने हमारे माता-पिता को हमारी पढ़ाई के खर्च की चिंता से मुक्त कर दिया है।

6816 विद्यार्थियों के प्रकरण स्वीकृत

मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना में अभी तक 28 हजार 83 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से विभिन्न संस्थाओं द्वारा 15 हजार 897 आवेदन सत्यापित किये जा चुके हैं। इनमें से 6 हजार 816 आवेदन स्वीकृत हो चुके है। शेष आवेदनों की स्वीकृति की प्रक्रिया जारी है।

प्रदेश एवं भारत सरकार के राष्ट्रीय संस्थानों में संचालित पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले 16, लॉ के 21, मेडिकल के 145, इंजीनियरिंग के 327, पॉलीटेक्निक के 54 और राज्य में संचालित विभिन्न स्नातक पाठ्यक्रमों के 15 हजार 72 विद्यार्थियों के आवेदन सत्यापित हो चुके हैं।

इस योजना में माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित 12वीं की परीक्षा में 75 प्रतिशत और सी.बी.एस.ई. और आई.सी.एस.ई. की परीक्षा में 85 प्रतिशत या उससे अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को लाभान्वित किया जा रहा है। इस योजना का लाभ विद्यार्थी को तब ही मिलता है जब उसके पालक की वार्षिक आय 6 लाख रुपये से कम होगी।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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