Posted on 24 Jan, 2017 9:21 pm

 

भोपाल में फूड-फोर्टिफिकेशन पर हुई क्षेत्रीय संगोष्ठी 

 

भोपाल : मंगलवार, जनवरी 24, 2017, 18:06 IST

 

खाद्य पदार्थों में सूक्ष्म पोषक तत्वों को मिलाकर फोर्टिफाइड करने से सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से होने वाली एनीमिया, रेकेट्स आदि बीमारियों से लोगों को बचाया जा सकता है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्रीमती गौरी सिंह ने यह बात आज भोपाल में भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानकीकरण प्राधिकरण द्वारा की गई 'फूड-फोर्टिफिकेशन' क्षेत्रीय संगोष्ठी में कही। अध्यक्षता भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री आशीष बहुगुणा ने की। संगोष्ठी में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और गुजरात के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

श्री आशीष बहुगुणा ने कहा कि खाद्य पदार्थों का फोर्टिफिकेशन करने के पहले उपभोक्ताओं व्यापारियों एवं क्रियान्वयन तंत्र के पक्षों की राय जानने के बाद निष्कर्षों पर कार्य किया जाये। प्रमुख सचिव महिला-बाल विकास श्री जे.एन. कंसोटिया ने कहा कि प्रदेश में कुपोषण मिटाने के विरूद्ध किये जा रहे हर सार्थक पहल का स्वागत है। स्कूल शिक्षा सचिव श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी ने कहा कि कुपोषण मुक्त बच्चे शिक्षा, खेल और भविष्य निर्माण की गतिविधियों में बेहतर कर सकते हैं। स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. पल्लवी जैन गोविल ने कहा कि देश में अनाज, तेल एवं दूध में सूक्ष्म पोषक तत्वों को मिलाने का कार्य किया जा रहा है। इसे प्रदेश में लागू करने के लिये भी आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।

विषय-विशेषज्ञों ने कार्यक्रम में फूड-फोर्टिफिकेशन के क्षेत्र हो रहे प्रयोगों, अनुभवों और तकनीकी पक्षों पर प्रस्तुतिकरण दिया। ग्लोबल एलाउंस ऑन इम्प्रुव्ड न्यूट्रिशन (गेन), माइक्रो न्यूट्रियंट इनिशियटिव, सीएचएआई आदि अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएँ भी आयोजन में सहभागी थीं।

 

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश