Posted on 25 Jul, 2020 7:34 am

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि वे कोरोना वायरस के संक्रमण चेन तोड़कर इसे पराजित करने में अपना-अपना सहयोग प्रदान करें। फिलहाल पार्टियां और समारोह आयोजित न हों। घरों में भी फिजिकल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता से रहते हुए संक्रमण की चेन को हर स्थिति में तोड़ा जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लॉकडाउन से अनलॉक की स्थिति में आने के बाद जुलाई माह में कोरोना वायरस के पॉजीटिव प्रकरण निरंतर बढ़े हैं, जो चिंता का विषय है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सर्वकल्याण की भावना से सभी के निरोग रहने की कामना करते हुए लॉकडाउन की व्यवस्था की जा रही है। गत तीन-चार माह से किए जा रहे प्रयास वायरस को नियंत्रित कर रहे थे। आमजन के सहयोग से काफी सफलता भी प्राप्त हुई, लेकिन अब वर्तमान स्थिति को देखते हुए पुन: पूरी सावधानी और गाइडलाइन का पालन करने की आवश्यकता है।

प्रधानमंत्री का फैसला ऐतिहासिक था, सावधानी आज भी जरूरी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस ने मानवता के सामने बड़ा संकट खड़ा किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने यथासमय लॉकडाउन घोषित कर ऐतिहासिक फैसला लिया। उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। देश में लॉकडाउन का बेहतर पालन भी हुआ। संक्रमण रोकने में काफी सहायता मिली। लेकिन जिन्दगी भी चलाना आवश्यक है। इसलिए लॉकडाउन में विभिन्न अवसरों पर रियायत दी गई, आर्थिक गतिविधियां भी शुरू करनी पड़ीं। लॉकडाउन से देश अनलॉक की ओर बढ़ा। लेकिन अनलॉक की ओर बढ़े तो लोग असावधान भी हो गए। आवश्यक सावधानियों का पालन नहीं किया गया। लोग घरों से निकलकर सड़कों और बाजारों में अधिक संख्या में जाने लगे। पार्टियां भी शुरू हो गईं। विवाह समारोह में दोनों पक्षों के लोगों की सीमित 50 की संख्या में भागीदारी की व्यवस्था की गई। इसका अनेक स्थानों पर पालन नहीं किया गया। कई मित्रों ने मास्क नहीं पहने। इससे पॉजीटिव रोगियों की संख्या में वृद्धि दिखाई दी। जून तक मध्यप्रदेश में नियंत्रित कोरोना जुलाई में बढ़ने लगा। यह बढ़ते आँकड़े चिंता का विषय है। हमें संक्रमण रोकना ही पड़ेगा। इसलिए कई जगह फिर से लॉकडाउन किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नसरूल्लागंज, सिरोंज, मुरैना, ग्वालियर आदि स्थानों पर फिर से प्रकरण बढ़ने से संक्रमण की चेन तोड़ने के उपाय को प्रभावी रूप से लागू करने की आवश्यकता है। इसके लिए आवश्यक सावधानियों का पालन करना होगा। हम सावधानी नहीं रखेंगे तो अनलॉक से लॉकडाउन की ओर जाने के लिए विवश होना पड़ेगा।

राजधानी में 10 दिन का लॉकडाउन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भोपाल में आज 24 जुलाई से 10 दिन की अवधि के लिए लॉकडाउन लागू किया गया है। यह आवश्यक हो गया था। इसे सफल बनाने के लिए सभी को सहयोग देना है। इस अवधि में नागरिकों को दूध, सब्जियां और दवाई जैसी आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।

पर्व, त्यौहार प्रतीकात्मक रूप से मनाएं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आमजन से अनुरोध किया कि पर्व, त्यौहार प्रतीकात्मक रूप से मनाए जाएं। चौराहों पर गणेशोत्सव नहीं हों। ताजिए भी नहीं निकलें। न ही धार्मिक उत्सव होंगे। घरों में अपना त्यौहार मना सकते हैं। इसकी स्वतंत्रता है, लेकिन बाहर आयोजन नहीं करना है। क्योंकि इसके बिना संक्रमण को नहीं रोका जा सकेगा। लोगों का एकत्र होना एक सीमा से ज्यादा हो गया तो यह भारी नुकसान करेगा। इसलिए सभी से प्रार्थना है कि अनावश्यक घर से बाहर न निकलें।

सीमित संख्या में होगा स्वतंत्रता दिवस समारोह

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस भी समारोहपूर्वक नहीं मनाकर सीमित उपस्थिति के साथ मनाया जाएगा। राजधानी भोपाल में आयोजित समारोह में मंत्रीगण भी शामिल होंगे। जिलों में मंत्रियों की उपस्थिति में समारोह नहीं हो रहे हैं। कार्यालयों में ध्वजारोहण कम उपस्थिति में ही किया जाएगा। इसका उद्देश्य यही है कि कोरोना वायरस से हर व्यक्ति को बचाना है।

फेस मास्क, साबुन से हाथ धोना और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन जरूरी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति फेस कवर रखें। मास्क या गमछे का उपयोग हो। निरंतर 20 सेकण्ड तक साबुन से हाथ धोने की प्रवृत्ति रहे। इसके साथ ही फिजिकल और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन हो। यह सावधानियां संक्रमण को रोकने का कार्य करेंगी।

अपनों के लिए करें गाइडलाइन का पालन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आमजन से अपील में कहा कि संक्रमण रोकने के लिए जहां-जहां लॉकडाउन किया जा रहा है और जहां अनलॉक है वहां भी सभी व्यक्ति अपनों के लिए, अपने परिवार के लिए, अपने शहर के लिए, अपने समाज के लिए गाइड लाइन का पालन करें। सावधानियां और सतर्कता लगातार रखें। अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें। आयोजन, पार्टी, बाजार की भीड़ आदि से हमको बचना ही पड़ेगा।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश