Posted on 16 May, 2021 10:51 am

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड की इस महामारी के समय सबको मतभेद भुलाकर संक्रमण की चेन को तोड़ने में जुटना होगा। कोरोना को परास्त करना ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रविवार को ग्वालियर में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक में यह बात कही। केन्द्रीय कृषि, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, राज्यसभा सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर सहित क्राईसिस मैनेजमेंट समिति के सदस्य उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना की चेन को तोड़ने के लिये जनता कर्फ्यू ही सबसे प्रभावी उपाय है। ग्वालियर में संक्रमण कम हुआ है, इसे पूरी तरह से समाप्त करने के लिये 30 मई तक जनता कर्फ्यू लागू रहेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण में कमी जरूर आई है, लेकिन अभी लड़ाई लम्बी है। हम सबको कोरोना से मुक्त प्रदेश बनाने के लिये निरंतर कार्य करना होगा। हम सबको एक इकाई के रूप में मिलकर संक्रमण को मिटाने के लिये निरंतर कार्य करते रहने की आवश्यकता है। इस कार्य में जनता का सहयोग भी हासिल करना होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह राहत की बात है कि प्रदेश की पॉजिटिविटी दर घटकर 10.7 प्रतिशत हो गई है। कुछ दिन पहले यह 24 प्रतिशत तक पहुँच गई थी। ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों में स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिलों में जो कोविड केयर सेंटर स्थापित किए गए हैं, उन्हें अब पोस्ट कोविड केयर सेंटर के रूप में संचालित करने की तैयारी करना होगी। कोरोना की बीमारी से ठीक होने के बाद भी कुछ लोगों को ब्लैक फंगस, खून जमने जैसी बीमारियों के प्रकरण सामने आ रहे हैं। इनकी देखभाल के लिये भी हमें पोस्ट कोविड केयर सेंटर की आवश्यकता पड़ेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमण न फैले, इसके लिये विशेष प्रयास किए जाना जरूरी है। प्रदेश में चलाए जा रहे किल कोरोना-3 अभियान में ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक घर तक टीम पहुँचे और जो संक्रमित मिले उसका उपचार सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने जिला स्तरीय, ब्लॉक स्तरीय तथा ग्राम स्तरीय क्राईसिस मैनेजमेंट समिति के सदस्यों से भी अपेक्षा की कि वे स्वयं और उनसे जुड़े लोग भी किल कोरोना अभियान में जो दल घर-घर जा रहे हैं उनके साथ जाएँ और लोगों को दवा वितरण के साथ जागरूकता कार्य में सहभागी बनें।

भविष्य की चुनौतियों के लिये भी करें पुख्ता प्लानिंग

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमें वर्तमान संक्रमण की रोकथाम के साथ-साथ भविष्य की चुनौतियों के लिये भी पुख्ता प्रबंध करने की आवश्यकता है। इसके लिये सभी जिलों के कलेक्टर अपने जिले में भविष्य की व्यवस्थाओं की प्लानिंग करें। सरकार द्वारा सभी जिलों में ऑक्सीजन प्लांट, आईसीयू बेड और ऑक्सीजन बेड बढ़ाने की व्यवस्था की जा रही है। आने वाले दिनों में चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टॉफ की भर्ती का कार्य भी सरकार करने जा रही है। हर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर करने की दिशा में भी कार्य किए जा रहे हैं।

ब्लैक फंगस और बच्चों के लिये बनाए जाएँ अलग वार्ड

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ब्लैक फंगस और बच्चों के लिये सभी मेडिकल कॉलेजों में अलग से वार्ड बनाने के निर्देश दिये। भविष्य में अगर कोई दिक्कत आती है, तो उससे निपटने के लिये अलग वार्ड और सुविधाएँ अग्रिम रूप से सुनिश्चित की जाएँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के साथ सभी जिलों में यह व्यवस्था हो, इसके लिये जिला कलेक्टर अपने-अपने जिले की प्लानिंग तैयार कर कार्य करे। 

हर जरूरतमंद को मिले नि:शुल्क खाद्यान्न

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा तीन माह का और केन्द्र सरकार द्वारा दो माह का राशन नि:शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। यह नि:शुल्क राशन हर जरूरतमंद को मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कलेक्टरों को भी निर्देशित किया है कि खाद्यान्न का वितरण सही ढंग से हो, इसकी मॉनीटरिंग भी होना चाहिए।

नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में जरूरतमंदों को नि:शुल्क उपचार मिले, इसकी व्यवस्था की गई है। आयुष्मान कार्ड के माध्यम से हर जरूरतमंद को नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही जिस परिवार के एक सदस्य के पास भी आयुष्मान कार्ड है, उसके पूरे परिवार को नि:शुल्क उपचार मिलेगा। इसके लिये प्रदेश के सभी जिलों में अस्पतालों को चिन्हित कर लिया गया है। कलेक्टर यह भी सुनिश्चित करें कि अगर कोई जरूरतमंद है तो उसका भी आयुष्मान कार्ड तैयार किया जाए। ऐसे लोग जिनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं है उनके नए कार्ड बनाने का कार्य भी तेजी के साथ किया जाए।

सभी जिले एडवांस प्लानिंग करें – केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर

 केन्द्रीय कृषि, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं उनकी टीम ने जो कार्य किया है वह प्रशंसनीय है। देश में संक्रमण की दृष्टि से मध्यप्रदेश में भी संक्रमण अधिक था। संक्रमण को नियंत्रित करने और व्यवस्थाओं को बेहतर करने की दिशा में मध्यप्रदेश ने उल्लेखनीय कार्य कर स्थिति को नियंत्रण में किया है।

मंत्री श्री तोमर ने कहा कि अभी हमारी लड़ाई समाप्त नहीं हुई है। कोरोना को पूरी तरह से समाप्त करने के साथ हमें भविष्य के लिये भी सचेत होना होगा। इसके लिये सभी जिले एडवांस प्लानिंग कर अपनी-अपनी रणनीति तैयार करें और इसको अमलीजामा भी पहनाएँ। केन्द्र सरकार के माध्यम से भी प्रदेश को हर संभव सहयोग उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने भी सभी जिलों में क्राईसिस मैनेजमेंट समिति और जनता के सहयोग से कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में सफलता हासिल की है। ग्रामीण क्षेत्र में भी किल कोरोना-3 अभियान के माध्यम से घर-घर सर्वेक्षण कर संक्रमण की चेन को तोड़ने का कार्य किया जा रहा है। जन-सेवा से जुड़े हुए सभी लोगों के साथ जनता का सहयोग हासिल कर हमें इस महामारी से निजात पानी होगी।  

वर्तमान के साथ भविष्य के लिये भी हो प्लानिंग – राज्यसभा सांसद श्री सिंधिया

राज्यसभा सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मध्यप्रदेश ने कोरोना संक्रमण को नियंत्रण में किया है, यह प्रसन्नता की बात है। हमें वर्तमान के साथ- भविष्य के लिये भी पुख्ता प्लानिंग करने की आवश्यकता है। वर्तमान समय में ब्लैक फंगस की जो बीमारी सामने आ रही है उस पर प्रभावी नियंत्रण के लिये प्रयास किए जा रहे हैं।

सभी जिलों की क्राईसिस मैनेजमेंट समिति ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और उपचार के लिये किए जा रहे प्रबंधनों की विस्तार से समीक्षा की। जिला कलेक्टरों ने अपने-अपने जिलों में किए जा रहे प्रबंधनों के संबंध में प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी। इसके साथ ही सभी जिलों में गठित क्राईसिस मैनेजमेंट समिति के सदसयों ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये।

सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने ग्वालियर में स्वास्थ्य सुविधाओं की बढ़ोत्तरी के साथ चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टॉफ की भर्ती की बात कही।

संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में कोविड संक्रमण और उपचार के लिये किए जा रहे प्रबंधनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कलेक्टर ग्वालियर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने ग्वालियर में किए गए प्रबंधनों के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश