Posted on 04 Dec, 2016 7:30 pm

भोपाल : रविवार, दिसम्बर 4, 2016, 17:20 IST
 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के कुशल नेतृत्व में पिछले 11 साल में खेती लाभ का धंधा बनी, कृषि उत्पादन 2 करोड़ 14 लाख से बढ़कर 4 करोड़ 23 लाख मीट्रिक टन हुआ, प्रदेश ने लगातार चार वर्ष कृषि कर्मण अवार्ड हासिल किया, चार साल से विश्व में सबसे ज्यादा औसत 20 प्रतिशत की कृषि विकास दर हासिल की, जैविक खेती में देश में अग्रणी बना आदि अनेक महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की, जिनसे कृषि क्षेत्र में विकास की एक नई इबारत लिखी जा रही है। यह जानकारी भोपाल में हुए 'जन-कल्याणकारी योजनाओं के प्रशिक्षण कार्यक्रम'' में दी गयी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के हितग्राहियों को प्रतीक प्रमाण-पत्र भी बाँटे।

विश्व में सर्वश्रेष्ठ है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसान के लिये मुख्य चुनौती बाढ़, सूखा, ओला-पाला आदि के रूप में प्राकृतिक आपदाएँ हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किसानों की सारी समस्या का समाधान है। कृषि के क्षेत्र में यह विश्व की सर्वश्रेष्ठ योजना है। इसमें खेत को इकाई मानकर किसान के साथ बटाईदार को भी लाभ दिया जाता है। बीमित किसान यदि प्राकृतिक आपदा के कारण बोनी नहीं कर पाता है तो भी उसे दावा राशि मिलेगी। एक लाख रुपये की बीमा राशि का प्रीमियम दस हजार रुपये है, जिसमें 4000 केन्द्र सरकार, 4000 राज्य सरकार और 2000 किसानों को भरना होती है। किसानों को खरीफ के लिये मात्र 2 प्रतिशत और रबी के लिये डेढ़ प्रतिशत प्रीमियम देना होता है।

कार्यक्रम में प्रदर्शित फिल्म में किसान घनश्याम दांगी ने हर्षित स्वर में बताया कि उनकी फसल नष्ट होने के बावजूद उन्हें बीमा की 31 हजार की राशि मिली, जिससे उन पर नुकसान का कोई विपरीत असर नहीं हुआ। प्रशिक्षण फिल्म में बलराम ताल, ड्रिप-इरीगेशन, बड़ी सिंचाई परियोजनाएँ, नलकूप, सूक्ष्म, मध्यम सिंचाई परियोजनाओं, मृदा स्वास्थ्य कार्ड आदि कृषि विकास की ऐतिहासिक यात्रा कैसे सहायक बने यह बताया गया। बीमा की 4400 करोड़ की राशि मध्यप्रदेश के किसानों के खातों में सीधे जा रही है।

केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, सांसद, मंत्रीगण और लाखों की संख्या में किसान मौजूद थे।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश