Posted on 30 Dec, 2017 3:22 pm

गुना जिले के ग्राम पगारा के कृषक चन्द्रभान सिंह कोठिया अपने खेत में बोई उड़द की फसल के कम दाम मिलने से चिंतित थे। जब चन्द्रभान को भावांतर भुगतान योजना में 40 क्विंटल उड़द पर अंतर की राशि 84 हजार 672 रुपये प्राप्त हुई, तब इनको चिंन्ता से मुक्ति मिली।

अब कृषक चन्द्रभान सिंह उनके बैंक खाते में आई भावांतर की राशि से अगली फसल की तैयारी कर रहे हैं। अगली फसल के लिये खाद-बीज ले लिया है। बची राशि घर-परिवार की अन्य जरूरतों को पूरा करने मे काम आ रही है। चन्द्रभान सिंह को विपरीत परिस्थितियों में कम भाव पर अपनी उपज बेचने के बावजूद अंतर की राशि ने नुकसान की भरपाई कर दी है।

अब कृषक चन्द्रभान ने बातचीत में पिछली परिस्थिति का जिक्र करना नहीं भूलते। कहते हैं कि पहले तो अगली बोनी नहीं कर पाते थे, मण्डी तक आने-जाने में डीजल खर्च में ही सारे पैसे लग जाते थे। पहले तो अगर उपज का भाव कम होता था, तो समर्थन मूल्य के बावजूद घाटा ही होता थ। चन्द्रभान का मानना है कि भावांतर भुगतान योजना ने उपज का कम भाव होने पर भी किसानों को सुरक्षा दी है।

गुना जिले की कृषि उपज मण्डियों में किसानों की उपज की समय पर सही तुलाई और भुगतान की पुख्ता व्यवस्था की गई है। भावांतर भुगतान योजना में जिले में बड़ी संख्या में किसानों का पंजीयन करवाया गया है।

सफलता की कहानी (गुना)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश