Posted on 20 Sep, 2016 6:04 pm

भोपाल : मंगलवार, सितम्बर 20, 2016, 17:27 IST
 

राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री ओम प्रकाश कोहली ने आज राजभवन में प्रदेश के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से चर्चा के दौरान प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों को सघन करने की बात करते हुए कुलपतियों से विश्वविद्यालय में शिक्षक की भूमिका भी निभाने पर जोर दिया। राज्यपाल ने कुलपतियों को अपनी रूचि के अनुसार विश्वविद्यालय में एक कक्षा में शिक्षक के रूप में छात्रों को पढ़ाने की व्यवस्था करने का सुझाव दिया। राज्यपाल श्री कोहली ने विश्वविद्यालयों में एकेडेमिक केलेंडर का पालन करने का उल्लेख भी किया।

राज्यपाल श्री कोहली ने कुलपतियों से विश्वविद्यालयों के एक्ट और रूल्स रेग्युलेशन का पालन करने और उनके प्रति आदर और सम्मान की भावना रखने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कुलपति और विश्वविद्यालय की एक्जीक्युटिव काऊंसिल में समन्वय पर जोर दिया।

राज्यपाल श्री ओम प्रकाश कोहली ने कहा कि विश्वविद्यालयों का अपनी छवि बनाना बहुत आवश्यक है। छात्र अच्छे विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं। उन्होंने इस संबंध में दिल्ली विश्वविद्यालय का उदाहरण भी दिया। राज्यपाल श्री कोहली ने कुलपतियों से रिक्त पदों की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की तथा पद न भरे जाने का कारणों की जानकारी देने को कहा।

राज्यपाल श्री कोहली ने कहा कि मेरा अनुभव है कि पूरे देश के विश्वविद्यालयों की आर्थिक समस्या एक जैसी है। उन्होंने कुलपतियों से कहा कि अपने विवेक और कुशल व्यवहार से समन्वय करें। राज्यपाल ने कुलपतियों से कहा कि वे ऐसा काम न करें जिससे किसी को उन पर उंगली उठाने का अवसर मिल सके।

राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री अजय तिर्की ने कहा कि कुलपतियों द्वारा उठाये गये मुददों पर समन्वय कर ही निर्णय लिये जायेंगे। चर्चा से पहले जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने विश्वविद्यालयों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय, भोपाल के कुलपति श्री एम.डी. तिवारी ने आभार माना।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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