Posted on 15 Nov, 2016 6:18 pm

भोपाल : मंगलवार, नवम्बर 15, 2016, 17:47 IST
 

प्रदेश में कुपोषण नियंत्रित करने के लिये स्वास्थ्य एवं महिला-बाल विकास विभाग द्वारा संयुक्त रूप से 16 से 30 नवम्बर तक 'दस्तक अभियान' चलाया जायेगा। अभियान में करीब 10 लाख परिवार तक बच्चों के लिये स्वास्थ्य एवं पोषण गतिविधियों की जानकारी पहुँचायी जायेगी। आशा एवं आँगनवाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम संयुक्त रूप से घर-घर जाकर 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों के पोषण की जानकारी देंगी। दल के साथ सरपंच और पंचायत प्रतिनिधि भी रहेंगे। प्रदेश में लगभग 50 लाख बच्चे 5 वर्ष से कम आयु के हैं।

सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला टीकाकरण अधिकारी और महिला-बाल विकास जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश जारी कर उनकी अलग-अलग भूमिका तय कर दी गयी है। अभियान में टीकाकरण, बाल्यकालीन एनीमिया की स्क्रीनिंग एवं रोकथाम, दस्त रोग नियंत्रण, शिशु एवं बाल आहार पूर्ति संबंधी 'माँ'' कार्यक्रम का समुदाय में विस्तार, गंभीर कुपोषित बच्चों की सक्रिय रूप से पहचान, निमोनिया की त्वरित पहचान एवं रेफरल तथा 14 जिले में नमक में आयोडीन की पर्याप्तता की जाँच की जायेगी। प्रथम चरण में 80 प्रतिशत से कम टीकाकरण वाले चिन्हांकित विकासखण्ड तथा उप स्वास्थ्य केन्द्रों में किया जायेगा।

दस्तक अभियान का उद्देश्य प्रदेश में 5 वर्ष तक के बच्चों का अच्छा मानसिक और शारीरिक विकास करना है। प्रदेश में यद्यपि संस्थागत प्रसव बढ़कर 80 प्रतिशत से अधिक हो गया है, फिर भी टीकाकरण प्रतिशत काफी कम है। अभियान से ग्रामीण और सुदूर क्षेत्रों के बच्चों पर नजर रखी जा सकेगी और उनका स्वस्थ विकास होगा।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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