Posted on 25 Sep, 2016 7:01 pm

भोपाल : रविवार, सितम्बर 25, 2016, 18:50 IST
 

सहकारिता, गैस त्रासदी एवं राहत पुनर्वास (स्वतंत्र प्रभार), पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा है कि हर घर में खुशहाली और प्रदेश में हरियाली लाने के लिये सरकार ने विगत 12 वर्ष में कई योजनाएँ बनायी, जिसका लाभ प्रदेश का हर तबका उठा रहा है। श्री सारंग ने किसानों से कहा कि वे 30 सितम्बर तक धान उपार्जन के लिये अपना पंजीयन अवश्य करवा लें, ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो। श्री सारंग आज शहडोल जिले के ग्राम चन्नौड़ी, पडरिया, रूपोला, झीकबिजुरी और गिरवा में हितग्राही सम्मेलन में किसान क्रेडिट-कार्ड और अन्य हित-लाभ वितरित कर रहे थे।

राज्य मंत्री श्री सारंग ने कहा कि प्रदेश का सर्वांगीण विकास लोगों के सामने है। गाँव, शहर और कस्बे पक्की सड़कों से जुड़े हैं। लोगों को 24×7 दिन बिजली उपलब्ध है। किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण दिया जा रहा है। लाड़ली लक्ष्मी, कन्यादान, मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना से महिलाएँ लाभान्वित हो रही हैं। लोगों को नि:शुल्क दवाइयाँ अस्पतालों में मिल रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल, पढ़ने वाले विद्यार्थियों को नि:शुल्क किताबें, गणवेश और साइकिल दी जा रही हैं। इससे आगे बढ़कर सरकार ने अब प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को स्मार्ट-फोन, लेपटॉप देने के साथ ही आर्थिक तंगी होने पर उनकी शिक्षा का भी खर्च उठाने का ऐलान किया है। श्री सारंग ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान संवेदनशील मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने गरीब और कमजोर तबके को एक रुपये किलो पर गेहूँ, चावल और नमक देकर क्रांतिकारी कदम उठाया है। किसान हितैषी निर्णय लिया कि अगर एक लाख का ऋण लेंगे तो सिर्फ 90 हजार रुपये किसानों को देना होंगे।

राज्य मंत्री श्री सारंग ने कहा कि हम सभी का दायित्व है कि सरकार की योजनाओं का लाभ उठायें। अपने बच्चों को रोज स्कूल भेजें, अपने घर, गाँव शहर और प्रदेश को स्वच्छ बनायें। श्री सारंग ने ग्राम गिरवा और चन्नौड़ी में ग्रामीण साख सहकारी समिति की बाउण्ड्री-वॉल बनवाने, ग्राम चन्नौड़ी, गिरवा और केशवाही में गोडाउन स्थापित करने और ग्राम पंचायत नेमुहा को सड़क से जोड़ने की घोषणा की। उन्होंने मजीरा, जमुनिहा और धनौरा में नई राशन दुकान खोलने के निर्देश दिये। मलेरिया की रोकथाम के लिये विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाने को भी कहा।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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