Posted on 27 Jun, 2017 5:15 pm

भोपाल : मंगलवार, जून 27, 2017, 17:10 IST
 

काम कोई छोटा नहीं और काम से बड़ा कोई धर्म नहीं। तकनीकी शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), स्कूल शिक्षा एवं श्रम राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी ने यह बात राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में 'फेकल्टी डेव्हलपमेंट प्रोग्राम ऑन इंटरप्रेन्योरशिप'' में कही। श्री जोशी ने कुलपति से कहा कि संस्था के हित में अधिक से अधिक नवाचार करें, शासन पूरा सहयोग करेगा।

श्री जोशी ने कहा कि जो काम जिसको मिला है, उसे पूरी ईमानदारी से करें, यही उद्यमिता है। उन्होंने कहा कि पुराने समय में सबका उद्यम निर्धारित था। तब हमारा देश सोने की चिड़िया कहलाता था। श्री जोशी ने कहा कि 'मेक इन इण्डिया'' और 'स्टार्ट-अप'' जैसे कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को कई सहूलियतें दी गयी हैं।

कुलपति प्रो. सुनील कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय देश ही नहीं, विश्व में अपनी पहचान स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि उद्यम व्यक्ति में अन्तर्निहित होता है। कुलपति ने कहा कि सफलता का श्रेय टीम को दूँगा और असफलता की जिम्मेदारी मैं खुद लूँगा। पूर्व कुलपति श्री एस.पी. मिश्रा ने कहा कि जिस समाज में उद्यमिता की संस्कृति होती है, वह समाज हमेशा विकास करता है। उद्यमिता की पहचान है, सुस्त नहीं चुस्त रहें। टेक्नालॉजी बिजनेस इन्क्यूबेटर, गाजियाबाद के महाप्रबंधक श्री सतेन्द्र कुमार ने कहा कि कार्यक्रम 12 दिन चलेगा। इसमें विद्यार्थियों का पहले स्किल टेस्ट होगा। टेस्ट के परिणाम के आधार पर प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रो. आर.एस. राजपूत ने भी सम्बोधित किया।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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