Posted on 27 Sep, 2018 5:45 pm

 

राष्ट्रीय कौशल अर्हता फ्रेम वर्क (एनएसक्यूएफ) और स्किलिंग गतिविधियों के क्रियान्वयन पर कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में संचालक कौशल विकास श्री संजीव सिंह ने एनएसक्यूएफ के क्रियान्वयन और इसके मानकीकरण के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 27 दिसम्बर, 2013 को इसे अधिसूचित किया गया है। इसका उद्देश्य शिक्षा और प्रशिक्षण की सामान्य और व्यावसायिक धाराओं को एकीकृत करना है।

 

 

 

कार्यशाला में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं अपर संचालक कौशल विकास श्री जी.एन. अग्रवाल ने बताया कि एनएसक्यूएफ ढाँचा 10 स्तरों पर योग्यता निर्धारित करता है। स्तर-1 बुनियादी और स्तर-10 सबसे उन्नत है। उन्होंने बताया कि एनएसक्यूएफ के क्रियान्वयन के बाद व्यावसायिक शिक्षा, कौशल प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और नौकरी बाजार के बीच एकीकरण होगा।

इस दौरान अतिरिक्त संचालक कौशल विकास श्रीमती सुरभि गुप्ता, संयुक्त निदेशक आरडीएटी, कानपुर श्री रमेश चन्द्र, सलाहकार एनएसडीए श्री मनोज कुमावत और सलाहकार एनएसडीसी श्री तुषार आनंद ने भी विचार व्यक्त किये।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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