Posted on 10 Sep, 2016 3:39 pm

 

एनएचएआई ने विवादों का तीव्र निपटान करने के उपाय किए 

 

भारतीय राष्‍ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अध्‍यक्ष श्री राघव चंद्र ने राजमार्ग परियोजनाओं से संबंधित विवादों का तेजी से निबटारा करने की आवश्‍यकता पर बल दिया है। कल नई दिल्‍ली में राष्‍ट्रीय राजमार्गों के प्रबंधन में अनुबंधात्‍मक मामलों पर विधि सम्‍मेलन को संबोधित करते हुए श्री राघव ने कहा कि मॉडल कंसेशन एग्रीमेंट यानी आदर्श रियायत समझौता विवादों के निपटान के लिए एक फ्रेमवर्क उपलब्‍ध कराता है और सरकारी अधिकारियों और प्राइवेट पार्टियों, दोनों के लिए न्‍याय सुनिश्चत करता है। इसके बावजूद बीओटी और ईपीसी दोनों तरह की परियोजनाओं में विवाद पैदा होते हैं। उन्‍होंने कहा कि पंचाट अधिनियम, 2015 में संशोधन करने से विवादों के तीव्र निबटारे का आधार तैयार हो गया है। 9 और 10 सितम्‍बर के लिए दो दिन के सम्‍मेलन-एवं-कार्याशाला का आयोजन एनएएचआई द्वारा किया गया था। 

सम्‍मेलन-एवं-कार्याशाला का लक्ष्‍य उन मुद्दों पर ध्‍यान आकर्षित करना था जिनका ध्‍यान दोनों पक्षों अर्थात एनएएचआई और संविदाकारों/कंसेशनरीज दोनों को अनुबंधों का पालन करते समय रखना होता है। 

 

Courtesy – Press Information Bureau, Government of India

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