Posted on 16 Mar, 2018 6:37 pm

 

विमान के हाईजैक होने की स्थिति से निपटने के लिये आज 'एण्‍टी हाईजैकिंग मॉक एक्सरसाईज' का अभ्यास किया गया। राजाभोज विमानतल पर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, अन्य संबंधित विभागों और सुरक्षा एजेन्सियों की तैयारी और आपसी समन्वय के जरिये इसको नियंत्रित किया गया। यह अभ्यास साल में एक बार ब्यरो ऑफ सिविल-एवियेशन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार किया जाता है।

इस मॉक ड्रिल में प्राधिकरण, सी.आई.एस.एफ, एयर लाइन्स, आर्मी, इन्टेलीजेन्स ब्यूरो, मध्यप्रदेश पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने भाग लिया। मॉक ड्रिल में विमान के हाईजैक होने की वास्तविक स्थितियों को निर्मित कर उससे दक्षतापूर्वक निपटने तथा संबंधित एजेन्सियों के मध्य पूरा तालमेल स्थापित कर किया गया।

विमानपत्तन निदेशक श्री आकाशदीप माथुर ने बताया कि ऐसे स्थिति से निपटने के लिये भोपाल विमानतल पर सभी संसाधन और ट्रेण्डमेन पावर उपलब्ध है। अभ्यास के दौरान भोपाल विमानतल की सुरक्षा से संबंधित विषयों पर सीआईएसएफ, पुलिस और प्रशासन सहित सभी सुरक्षा एजेन्सियों से पूरे सहयोग और बेहतर तालमेल स्थापित करने का अनुरोध किया गया।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

Recent