Posted on 30 Nov, 2016 8:08 pm

भोपाल : बुधवार, नवम्बर 30, 2016, 18:52 IST
 

उपभोक्ता अधिकारों की सुरक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। स्वैच्छिक संगठनों की इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका है। मध्यप्रदेश राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण आयोग के अध्यक्ष श्री राकेश सक्सेना आज प्रशासन अकादमी में स्वैच्छिक उपभोक्ता संगठनों की राज्य-स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला के उदघाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे।

जस्टिस श्री सक्सेना ने कहा कि उपभोक्ताओं के हितों की सुरक्षा के लिए कानून बनाये गये हैं। इसके लिए काम करने वाले स्वैच्छिक संगठनों की जिम्मेदारी है कि वे उत्पादक संगठनों से सम्पर्क कर चर्चा करें और उपभोक्ताओं के हितों की पैरवी करें।

कार्यशाला में मध्यप्रदेश राज्य उपभोक्ता विवाद प्रति-तोषण आयोग के रजिस्ट्रार श्री अवघेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि स्वैच्छिक उपभोक्ता संगठनों को कार्य करने की प्राथमिकताएँ स्वयं तय करना है। उन्होंने कहा कि संस्थाओं द्वारा सभी क्षेत्रों में एकसाथ काम करने के स्थान पर किसी एक क्षेत्र को चयनित कर उसमें बेहतर दंग से कार्य किया जा सकता है।

संयुक्त संचालक खाद्य-नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण सुश्री सुकीर्ति सिंह ने कार्यशाला का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।

उपभोक्ता जागरूकता के लिए जिला आपूर्ति अधिकारियों और स्वैच्छिक उपभोक्ता संगठनों की एक दिवसीय कार्यशाला खाद्य-नागरिक आपूर्ति, और उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा आयोजित की गई थी।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश