Posted on 19 May, 2018 6:53 pm

 

प्रदेश में खेती को लाभ का धन्धा बनाने के लिये भरपूर सरकारी सहयोग मिलने से किसान उत्साहित हैं। खेती में उन्नत किस्म के बीज, उपकरण एवं तकनीक का उपयोग कर रहे हैं। आधुनिक तकनीक से उद्यानिकी खेती किसानों की पहली पसंद बन गई है। राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ लेकर प्रदेश के किसान उद्यानिकी फसल अपना कर लखपति बन रहे हैं।

ड्रिप एरीगेशन से बढ़ा सब्जी उत्पादन : सीधी जिले की ग्राम चोरगड़ी की महिला किसान अनुपा कुशवाहा वर्षो से परम्परागत रूप से खेती करती आ रही थीं। अपने खेत के थोड़े से हिस्से में सब्जी भी पैदा करती थीं। यह सब उनके परिवार के भरण-पोषण के लिये पर्याप्त नहीं था। उन्होंने आजीविका मिशन में 12 महिलाओं के साथ मिलकर समूह का गठन किया। समूह ने ड्रिप सिंचाई से सब्जी उत्पादन शुरू किया। इसके लिये उन्हें उद्यानिकी विभाग से लोन के साथ करीब 17 हजार रूपये की सब्सिडी भी मिली। समूह की महिला सदस्यों ने अपनी तरफ से बचत की 4 हजार रूपये की राशि भी इस काम में लगाई। आज ये महिलाएँ अपने खेत में सब्जी उत्पादन से अच्छी-खासी आमदनी प्राप्त कर रही हैं। इनकी सफलता को देखकर गांव की अन्य महिलाओं ने भी समूह बनाकर उन्नत कृषि अपनाने का फैसला लिया है।

जैविक तरबूज उत्पादन से कमाये तीन लाख : बड़वानी जिले के ग्राम बाबदड़ के किसान जैविक खेती अपनाकर लखपति बन रहे हैं। तीन युवा किसान पन्नालाल यादव, जीतेन्द्र माली और अन्तिम सेनी ने पाँच एकड़ कृषि भूमि में शुगर किंग किस्म का तरबूज लगाया। इन किसानों ने तरबूज उत्पादन में केवल जैविक खाद और कीटनाशक दवा का उपयोग किया और ड्रिप सिस्टम से खेत में सिंचाई की।

पाँच एकड़ में तरबूज की खेती करने पर इन किसानों ने 40 हजार रूपये खर्च किये। इन्हें मात्र तीन माह में 50 टन तरबूज का उत्पादन प्राप्त हुआ। तरबूज की उन्नत किस्म होने के कारण कृषि मण्डी में उनका तरबूज हाथों-हाथ बिक गया। युवा किसानों ने उत्पादन का सब खर्च निकालकर तीन लाख रूपये से अधिक का शुद्ध मुनाफा कमाया है। उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों ने इन युवा किसानों के प्रयासों की तारीफ की है। अब इन्होंने आगे भी कृषि में आधुनिक तकनीक अपनाने का फैसला लिया है।

सक्सेस स्टोरी (सीधी, बड़वानी)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश