Posted on 23 May, 2018 5:12 pm

 

रायसेन जिले की इंदिरा आवास कालोनी, सिलवानी निवासी केसर बाई जाटव को जब से प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में गैस चूल्हा मिला है, तब से उनका स्वास्थ्य बेहतर हो गया है। इसके पहले घर में खाना पकाने के लिये पहले लकड़ी इकट्ठा कर जंगल से सिर पर बोझ रखकर घर तक लाना पड़ता था। फिर उसे चूल्हे में जलाने की मशक्कत शुरू होती थी। कई बार लकड़ियाँ बुझ जाती थीं, तो धोकनी की तरह मुँह से हवा फूँकनी पड़ती थी। इससे फेफड़े दर्द करने लगते थे।

केसर बाई जाटव योजना की तारीफ करते नहीं थकती। उसका कहना है कि 'इस योजना से हम गरीब महिलाओं को न केवल धुंए, कालिख और घुटन से मुक्ति मिली है बल्कि खाना बनाना भी आसान हो गया है। दूसरों के घरों में गैस चूल्हा जलते देख हमारा भी सपना था कि हमारे पास भी अपना एक गैस कनेक्शन हो और हम भी दूसरों की तरह जल्दी खाना बना पाये'। उनका यह सपना उज्जवला योजना ने साकार किया है।

अब केसर बाई के घर में कम समय में स्वादिष्ट खाना बन जाता है। उसे साल भर के लिए लकड़ी और कंडा इकट्ठा करके नहीं रखना पड़ता। अब घर भी काला नहीं होता।

सक्सेस स्टोरी (रायसेन)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश