Posted on 04 Jul, 2018 6:34 pm

वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा वनों के संवहनीय विकास के साथ, वनवासियों को वनोपज पर आधारित रोजगार के नये अवसर उपलब्ध करवाने पर विशेष बल दिया गया है। डॉ. शेजवार ने हरियाली महोत्सव पर संदेश में कहा है कि इस दिशा में अनेक नई योजनाएँ प्रारंभ की गई हैं। इन योजनाओं के उत्साहजनक परिणाम भी परिलक्षित होने लगे हैं।

वन मंत्री डॉ. शेजवार ने कहा है कि प्रदेश में वन प्रबंधन के तहत गठित 15 हजार से अधिक वन समितियाँ विभाग के साथ जुड़कर वन संवर्धन और सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। प्रदेश में गत वर्ष 'नमामि देवि नर्मदे'' सेवा यात्रा के सफल आयोजन के बाद इस वर्ष भी व्यापक स्तर पर पौध-रोपण किया जा रहा है। वन विभाग द्वारा इस वर्ष प्रदेश में 7 करोड़ पौधे लगाये जायेंगे।

वन मंत्री ने प्रदेशवासियों से अनुरोध किया है कि हरियाली महोत्सव के अवसर पर वन विकास की योजनाओं के माध्यम से पौध-रोपण करें और इनकी रक्षा की जिम्मेदारी भी लें। पौध-रोपण के लिये उपयुक्त पौधे निकटतम वन-रोपणी से प्राप्त किये जा सकते हैं। पौध-रोपण में शैक्षणिक संस्थाओं, पंचायतों तथ अन्य शासकीय संगठनों का सहयोग भी अपेक्षित है।

पौध-रोपण के प्रति जन-चेतना जागृत करना हरियाली महोत्सव का उद्देश्य

वन राज्य मंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा ने कहा है कि प्रदेश में वनों के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में प्रभावी पहल हुई है। इसका लाभ प्रदेशवासियों को मिल रहा है। श्री मीणा ने हरियाली महोत्सव पर शुभकामना संदेश में कहा है कि हरियाली महोत्सव को जन-आंदोलन का स्वरूप देने के लिये प्रदेश में इस वर्ष आयोजन को व्यापक स्तर पर क्रियान्वित किया जा रहा है। इस रोपण कार्य में जन-प्रतिनिधि, शासन के विभिन्न विभागों के शासकीय सेवक एवं अन्य सभी नागरिक भाग लेंगे। वन राज्य मंत्री ने कहा है कि हरियाली महोत्सव के अवसर पर अधिकाधिक पौध-रोपण की पहल करें।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश