Posted on 28 Mar, 2018 4:16 pm

इंदिरा गॉधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के प्रोफेसर डॉ. जिनेन्द्र जैन के नेतृत्व में 12 विद्यार्थियों के दल ने आज बुधवार को राज्य संग्रहालय, श्यामलाहिल्स भोपाल में स्थापित 18 वीथिकाओं समेत ' मध्यप्रदेश्पुरातात्विक धरोहर ' पर लगी छायाचित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

राज्य संग्रहालय के कीपर श्री बी.के. लोखण्डे द्वारा विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रागैतिहास एवं आद्धैतिहास कालीन बसाहटों पर उत्खनन के तौर तरीकों,उसकी तकनीक और इन कालक्रमों में किस प्रकार के पुरावशेष मिलते हैं। मिलने वाले पुरा सामग्री का अध्ययन किस प्रकार किया जाता है। काल निर्धारण कैसे होता है,काल निर्धारण की अपनाई जाने वाली तकनीक की जिज्ञासाओं का विस्तार से समाधान किया गया।

छात्रों के प्रतिनिधि मंडल के सदस्य सुश्री निशा पटैल एवं श्री गनेश मेरावी ने बताया कि राज्य संग्रहालय में प्रदर्शित सामग्री ऐतिहासिक और अतिद्धतीय है। इन्होंने बताया कि संग्रहालय में प्रदर्शित सामग्री कितनी ही महत्वपूर्ण क्यों न हो पर इसके पुरातत्वीय महत्व को समझाने वाला यदि उपयुक्त होगा तो हम जैसे विद्यार्थियों के लिए किसी विषय पर अध्ययन करना आसान हो जाता है। इस मामले में श्री लोखण्डे द्वारा प्रागैतिहास एवं आद्धैतिहास के संबंध में दी गई जानकारी से छात्रों का दल अभिभूत हुआ है।

विश्वविद्यालय के छात्रों ने प्रदर्शनी सभागार में ' मध्यप्रदेश की पुरातात्विक धरोहर' पर लगी छायाचित्र प्रदर्शनी का अवलोकन कर पाषाण काल से लेकर 20 वीं शताब्दी तक महत्वपूर्ण स्मारकों के इतिहास से रू-ब-रू हुए।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

 

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