Posted on 28 Feb, 2019 4:27 pm

 

प्रदेश में श्रमिकों के बच्चों को आवासीय सुविधा के साथ शिक्षा की सुविधा मुहैया कराने के लिये भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में श्रमोदय विद्यालय शुरू करने का निर्णय लिया गया है। इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में कुल 150 करोड़ लागत के विद्यालय भवन का निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा करवाया जा रहा है। भोपाल में श्रमोदय विद्यालय भवन का निर्माण कार्य राजधानी परियोजना द्वारा करवाया जा रहा है। श्रमोदय विद्यालय परिसर में स्कूल भवन के अलावा कन्या और बालक छात्रावास, टीचर्स एवं स्टॉफ क्वाटर्स भी बनाये जा रहे हैं।

 

श्रमोदय विद्यालय भवन में सुविधायें

 स्कूल भवन 1200 छात्र-छात्राएँ की क्षमता का है। स्कूल भवन कक्षा 6 से 12 की 28 कक्षाएँ है। 6 प्रयोगशाला है। 2 कम्प्यूटर लैब है। इसके अलावा स्टॉफ रूम, प्रशासनिक कार्यालय और लिफ्ट है।

 600 छात्राओं का गर्ल्स हॉस्टल। हर रूम 3 सीटर 11वीं एवं 12वीं कक्षा/ 4 सीटर रूम 6 से 10वीं कक्षा तक।

 बॉयज हॉस्टल की क्षमता 600 छात्र, 3 सीटर रूम 11वीं एवं 12वीं के लिये, 4 सीटर रूम 6वीं से 10वीं कक्षा तक के लिये है।

 प्रिन्सिपल और वाइस प्रिन्सिपल के लिये एफ-टाइप आवास।

 टीचर्स 8 के लिये जी-टाइप 8 क्वाटर्स।

 चतुर्थ श्रेणी के लिये 8 स्टॉफ क्वाटर्स ।

लोक निर्माण मंत्री श्री सज्जन सिंह वर्मा ने अधिकारियों को भवनों के निर्माण में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये हैं। साथ ही, निर्माण कार्यों को तय समय-सीमा में पूरा करने के लिये भी कहा है।

इंदौर जिले में बेटमा में दो मंजिला श्रमोदय विद्यालय भवन निर्माणाधीन है। इसमें 1200 छात्र-छात्राओं के लिये अध्ययन की सुविधा होगी। यहाँ प्रयोगशाला, कम्प्यूटर लैब और प्रशासनिक कार्यालय भी बनाया जा रहा है। इसके साथ ही परिसर में 600 छात्र और 600 छात्राओं के लिये छात्रावास बनाये जा रहे हैं।

इंदौर में श्रमोदय विद्यालय भवन का लगभग 90 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो गया है। जबलपुर और ग्वालियर में श्रमोदय विद्यालय भवन का 80 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो गया है। श्रमोदय विद्यालय भवन में सभी आवश्यक आधुनिक सुविधाओं के साथ उचित ड्रेनेज सिस्टम की व्यवस्था की गयी है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​