Posted on 12 Jun, 2017 4:33 pm

भोपाल : सोमवार, जून 12, 2017, 15:49 IST
 

 

इंजीनियरिंग और पालीटेक्निक कॉलेज तथा हायर सेकेण्डरी स्कूल के छात्र संबधित जिले में बाल श्रमिकों का सर्वे करेंगे। सर्वे रिपोर्ट कार्यवाही के लिए संबधित जिले के श्रम अधिकारी को दी जायेगी। तकनीकी शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), स्कूल एवं श्रम राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी ने यह बात अंतराष्ट्रीय बाल श्रम विरोध दिवस पर हुए कार्यक्रम में कही।

श्री जोशी ने कहा कि बच्चों का बचपन बचाने के लिए सरकार और समाज को मिलकर कार्य करना होगा। हर कार्य केवल कानून से नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि गरीब बच्चों की पढाई के लिए जरुरी सुविधाएँ जुटाने में सबको सहयोग करना चाहिए। वे स्वयं अपने जन्म-दिन पर गिफ्ट की जगह कापी-पेंसल स्कूल में बाटतें हैं। उन्होंने बताया कि 'शिक्षक एप' के माध्यम से स्कूलों में हायर सेकेण्डरी में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा संस्थान की फीस सरकार भरेगी। श्री जोशी ने बच्चों से भी बात की।

बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष श्री राघवेंद्र शर्मा ने कहा कि बाल श्रम संज्ञेय अपराध है। उन्होंने कहा कि बाल श्रम के विरूद्ध प्रदेश में 5 हजार संस्था कार्य कर रही हैं। श्री शर्मा ने कहा कि लक्ष्य तय करें और उन्हें प्राप्त करने का पूरे मन से प्रयास करें। कार्यक्रम को श्री महेश सक्सेना और समाज सेवी श्री रामनारायण त्याग ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में स्वयं सेवी संस्था बचपन, मुस्कान, विकास संवाद और प्रसून द्वारा करवाया गया।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश