इंजीनियर का काम फील्ड में ए.सी. रूम में नहीं
Posted on 20 Jun, 2016 5:10 pm
इंजीनियर का काम फील्ड में होता है। ए.सी. रूम में बैठकर वह अपने काम के साथ न्याय नहीं कर सकता। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने यह बात क्रिस्प में टी.वी.एस. के सहयोग से शुरू किये गये दो पहिया वाहन रिपेयर एवं मेंटीनेंस प्रशिक्षण केन्द्र का शुभारंभ करते हुए कही। यह टी.वी.एस. कम्पनी का मध्यप्रदेश में पहला प्रशिक्षण केन्द्र है।
श्री गुप्ता ने कहा कि मेकेनिक को वर्कशाप के साथ ही फील्ड ट्रेनिंग भी करवायें। उन्होंने कहा कि जब आपको ज्ञान होगा तभी अधीनस्थ सम्मान देंगे। श्री गुप्ता ने कहा कि परम्परागत व्यवसाय से जुड़े कारीगरों की परीक्षा लेकर उन्हें सर्टिफिकेट देने की योजना बनायी गयी है। उन्होंने कहा कि युवाओं के चेहरे पर मुस्कान लाने की जिम्मेदारी हम सबकी है। श्री गुप्ता ने कहा कि यह तभी संभव होगा जब युवा रोजगार के प्रति आश्वस्त होगा।
क्रिस्प के सीईओ श्री मुकेश शर्मा ने बताया कि एक वर्ष में लगभग 200 युवा को ट्रेनिंग दी जायेगी। ट्रेनिंग माड्यूल 3 माह का है। निजी विश्वविद्यालय फीस विनियामक आयोग के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश पाण्डेय ने भी विचार व्यक्त किये। टी.वी.एस. के अधिकारी श्री शुभरंजन सिन्हा ने कहा कि प्रशिक्षण केन्द्र में टी.वी.एस. के स्टॉफ और अन्य युवाओं को ट्रेनिंग दी जायेगी। प्रशिक्षण के लिए मोटर सायकिल और अन्य सामग्री उपलब्ध करवायी गयी है। प्रशिक्षणार्थियों ने भी अपने अनुभव बताये।
साभार जनसम्पर्क विभाग मघ्यप्रदेश