Posted on 07 Jun, 2019 5:39 pm

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि आजीविका मिशन में गठित समूहों को आर्थिक गतिविधियों से जोड़ने के उद्देश्य से समूह के प्रत्येक सदस्य के घर का आजीविका गतिविधि प्लान तैयार किया जायेगा। इसके आधार पर 15 अगस्त से 2 अक्टूबर तक ग्राम संगठन स्तर आजीविका गतिविधियों की कार्य-योजना तैयार की जायेगी। ग्राम सभाओं में अनुमोदन के बाद गतिविधियाँ शुरू की जायेगी।

महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना व अन्य शासकीय योजनाओं खासकर कृषि, पुशपालन, मत्स्य-पालन, बाँस मिशन, आदि परियोजनाओं में कन्वर्जेंस से बड़े पैमाने पर आजीविका गतिविधियाँ शुरू की जानी है। इसके लिये ग्राम संगठन स्तर पर मिशन के समूहों से जुड़े हितग्राहियों के घर का आजीविका गतिविधि प्लान तैयार किया जा रहा है। गाँव में समूह सदस्यों के पास कृषि योग्य भूमि तथा उनकी रूचि की गतिविधियों का उल्लेख ग्राम संगठन स्तर की आजीविका गतिविधि कार्य-योजना में शामिल किया जायेगा। कार्य-योजना में समुदाय द्वारा चिन्हित की गई गतिविधियों में कौन सी गतिविधि पहले शुरू की जानी है तथा किस हितग्राही को पहले मौका दिया जाना है इसका प्राथमिकता क्रम भी समुदाय द्वारा ही तय किया जायेगा। कार्य-योजना क्रियान्वयन के लिये चिन्हित जिला-स्तरीय प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण कराया जा रहा है।

राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से लगभग 2 लाख 40 हजार स्व-सहायता समूहों के माध्यम से 27 लाख 35 हजार परिवार को जोड़ा जा चुका है। मिशन ग्रामीण गरीब महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण के लिये भी काम कर रहा है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

Recent