Posted on 23 Apr, 2018 6:22 pm

 

'राज्य-स्तरीय प्रशिक्षण संस्थानों के लिये मानक बेंच-मार्क का निर्धारण' विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला 24 और 25 अप्रैल को होटल जहाँनुमा पैलेस में आयोजित की गई है। कार्यशाला पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मध्यप्रदेश जल एवं भूमि प्रबंध संस्थान 'वाल्मी' द्वारा आयोजित की जा रही है।

कार्यशाला में पहले दिन 24 अप्रैल को प्रात: 9.30 से 10.30 बजे तक पंजीयन होगा। सुबह 10.30 से उद्घाटन सत्र और सुबह 11.45 से अभिमुखीकरण सत्र रहेगा। दोपहर 2.30 बजे से समानांतर ब्रेनस्टार्मिंग समूह सत्र में अकादमिक, अधोसंरचनात्मक और प्रबंधन एवं प्रतिक्रियात्मक बेन्च-मार्किंग मानक सहित अन्तर संस्थागत संबंध विषय पर चर्चा होगी। कार्यशाला के दूसरे दिन 25 अप्रैल को सुबह 10 बजे से समूहों का प्रस्तुतिकरण, दोपहर 12 बजे से चर्चा और दोपहर एक बजे से समापन समारोह रखा गया है। दोपहर 3 बजे से प्रतिभागियों को दर्शनीय स्थलों का भ्रमण करवाया जायेगा।

वाल्मी के चेयरपर्सन श्री इकबाल सिंह बैंस ने बताया कि कार्यशाला में देश के विभिन्न ख्याति-प्राप्त संस्थानों के विषय-विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। उनके द्वारा किये जाने वाले वैचारिक मंथन से राज्य-स्तरीय प्रशिक्षण संस्थानों के लिये उच्च-स्तरीय मानक संबंधी अनुशंसाएँ प्राप्त हो सकेंगी। इनका उपयोग निरंतर किया जा सकेगा।

संस्थान को एक शीर्ष प्रशिक्षण संस्था के रूप में विकसित करने के लिये मानकों का निर्धारण आवश्यक है। इस परिप्रेक्ष्य में संस्थान द्वारा राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला 'राज्य स्तरीय प्रशिक्षण संस्थानों के आदर्श मानक निर्धारण' विषय पर आयोजित की जा रही है। कार्यशाला में देश के शीर्ष शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों के राष्ट्रीय कौशल विकास परिषद् केन्द्र एवं राज्य सरकारों के संबंधित विभागों के विषय-विशेषज्ञ एवं शिक्षाविद् सहभागी के रूप में आमंत्रित किये गये हैं। कार्यशाला में मुख्यत: प्रशिक्षण संस्थानों के शैक्षणिक, अधोसंरचनात्मक, प्रबंधन संबंधी तथा अर्न्तंसस्थागत संबंधी विषय शामिल हैं।

संस्थान जल एवं भूमि प्रबंधन के क्षेत्र में राज्य स्तर पर शीर्ष संस्थान है, जो पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, मध्यप्रदेश शासन के अन्तर्गत कार्यरत है। संस्थान ने वर्ष 2016-17 में ग्रामीण विकास विभाग, जल संसाधन विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी विभाग एवं वाटरशेड विभाग आदि विभागों के 59 प्रशिक्षण आयोजित किये गये जिनमें 12 हजार दिवस प्रशिक्षण दिये गये। इसी तरह, वर्ष 2017-18 में 117 प्रशिक्षण कार्यक्रमों से 27 हजार 115 प्रशिक्षणार्थी दिवस आयोजित किये जा चुके हैं। इसके अलावा, संस्थान द्वारा अन्तर्राज्यीय भ्रमण कार्यक्रम भी किये गये।

संस्थान द्वारा प्रशिक्षण में नवाचार करते हुए तनावरहित प्रशिक्षण की अवधारणा को शामिल किया गया है। प्रशिक्षण में कक्षागत गतिविधियों के साथ टीम बिल्डिंग, केपेसिटी बिल्डिंग, आपसी बॉण्डिंग, क्षमताओं का शत-प्रतिशत उपयोग आदि को भी मनोरंजक एवं खेल-कूद गतिविधियों के माध्यम से विकसित किया जा रहा है। इससे प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण के दौरान अत्यधिक सक्रियता परिलक्षित की गई है। संस्थान द्वारा भविष्य के लिये भी बहुत-सी कार्य-योजनाएँ तैयार की गई हैं। इसका क्रियान्वयन भी किया जा रहा है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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