Posted on 30 Jun, 2016 8:37 pm

जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित 'आगे आयें-लाभ उठायें'' पुस्तक ग्रामीण क्षेत्रों में योजनाओं की जानकारी देने और उनका लाभ उठाने में ग्रामीणों ओर गाँव के विकास के लिये प्रमुख माध्यम साबित हो रही है। यह बात आज झाबुआ में जन-अभियान परिषद द्वारा संचालित मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम की समीक्षा बैठक में सामने आयी।

समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव श्रम श्री बी.आर. नायडू ने कहा कि शासन की योजनाओं को जानते हुए भी ग्रामीण योजनाओं का लाभ नहीं ले पाते हैं। परिषद के लोग ग्रामीणों का नेतृत्व कर उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ दिलाकर गाँव का विकास करें, जिससे हर व्यक्ति खुशहाली पा सके।

जन-अभियान परिषद के राज्य सलाहकार श्री आर.के. मिश्रा ने कहा कि विद्यार्थियों का प्रशासनिक योजनाओं की प्रगति एवं प्रभावशाली क्रियान्वयन के लिये सहयोग लें।

ग्राम खेड़ी ब्लॉक झाबुआ के युवक जैहिंग ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि जनसंपर्क द्वारा प्रकाशित शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित पुस्तक 'आगे आयें-लाभ उठायें'' को पढ़कर अनेक ग्रामीण को शासन की योजनाओं का लाभ दिलवाया। उन्होंने यह भी कहा कि इसके पहले मुझे शासन की योजनाओं की जानकारी नहीं थी। योजनाओं की जानकारी होने के बाद प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में 458 व्यक्ति को, प्रधानमंत्री जीवन-ज्योति बीमा योजना में 404 व्यक्ति के बीमे करवाये। मैंने 2 व्यक्ति को जीवन-ज्योति योजना में 2 लोगों को 2-2 लाख का बीमा क्लेम भी दिलवाया। संजीवनी-108 पर कॉल कर 3 व्यक्ति को सहायता भी दिलवायी। स्वच्छ भारत मिशन में 100 व्यक्ति के शौचालय भी स्वीकृत करवाकर 31 को बनवाया। पेंशन योजना में 9 महिला, 35 वृद्धजन एवं 6 दिव्यांग व्यक्ति को पेंशन भी स्वीकृत करवायी। इसके अलावा मुख्यमंत्री भवन-सह-अन्य निर्माण कर्मकार मण्डल योजना में 22 हितग्राही का, प्रसूता सहायता योजना का पंजीयन करवाकर उन्हें लाभ दिलवाया। इसी तरह राशन-कार्ड बनवाने, निर्वाचन नामावली, मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास मिशन, स्वाईल हेल्थ-कार्ड, लाड़ली लक्ष्मी और कपिलधारा आदि योजना का ग्रामीणों को लाभ पहुँचाया। यह सब शासन की पुस्तक के कारण संभव हुआ। राणापुर की सेवा गुण्डिया ने बताया कि वे मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व विकास क्षमता कार्यक्रम में पढ़ाई कर आत्म-निर्भर बनी।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश 

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