Posted on 06 Jun, 2019 12:28 pm

 

विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने आज भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में विकसित किये जा रहे आई.टी. पार्क की प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये हैं कि इस कार्य में किसी भी प्रकार का गतिरोध नहीं आना चाहिए। उन्होंने आगाह किया कि आई.टी. पार्क में जिन संस्थानों को भू-खण्ड आवंटित किये गये हैं, उन्हें गतिविधियाँ संचालित करने में शासकीय एजेंसियों की ओर से किसी भी प्रकार की समस्या या प्रक्रियागत विलंब जैसी दिक्कतों का सामना न करना पड़े।

मंत्री श्री शर्मा ने इंस्टीटयूट ऑफ ट्रॉपिकल मेट्रोलॉजी, पुणे के सहयोग से जलवायु परिवर्तन संबंधी अध्ययन के लिये प्रदेश में अत्याधुनिक संवेदनशील केन्द्र स्थापित करने के सिलसिले में आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने प्रदेश में सिलिकॉन सिटी के अनुरूप सूचना प्रौद्योगिकी के उत्कृष्ट केन्द्र विकसित करने के लिये रोडमैप तैयार किये जाने की जरूरत बताई। श्री शर्मा ने जलवायु परिवर्तन संबंधी अध्ययन के लिये भोपाल के पास श्यामपुर में विकसित होने वाले एटमॉस्फियरिक टेस्ट बैड के कार्य को यथाशीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये।

बताया गया कि म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् द्वारा प्रदेश के विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं तथा नागरिकों में वैज्ञानिक सोच एवं दृष्टिकोण को विकसित करने के उद्देश्य से विज्ञान मेला तथा विज्ञान मंथन यात्रा जैसे आयोजन किये जायेंगे। विद्यार्थियों और शोधार्थियों को शोध के लिये अनुदान उपलब्ध कराया जायेगा। बैठक में विज्ञान एवं तकनीकी क्षेत्र में शोधकर्ताओं और आविष्कारकों के प्रोत्साहन के लिये डॉ. सी.वी. रमन तथा डॉ. विश्वेश्वरैया स्मृति पुरस्कार आरंभ करने पर भी सहमति बनी।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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