Posted on 13 Jun, 2021 6:36 pm

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान  श्री डी.सी. सागर ने बताया कि  मध्यप्रदेश  आईआरएडी परियोजना के क्रियान्वयन में  सबसे आगे है।  प्रदेश में अब तक  14 हजार सड़क दुर्घटनाओं का डाटा उक्त एप में दर्ज किये जा चुके हैं। इससे प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी। सागर में सर्वाधिक एक हजार दुर्घटनाओं की प्रविष्टियाँ की गई हैं।

एडीजी श्री सागर ने बताया कि आईआरएडी परियोजना देश की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जो कि वर्तमान में छ: राज्य तमिलनाडू, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में पायलट रूप में क्रियान्वित की जा रही है। इस परियोजना का क्रियान्वयन राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है। देश में सडक दुर्घटनाओं की दर को कम करने के साथ ही दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु एवं घायलों की दर में कमी लाना इसका मुख्य उद्देश्य है। वर्तमान में इस परियोजना में चार विभाग पुलिस, परिवहन, सडक स्वामित्व वाले विभाग और स्वास्थ्य विभाग को जोड़ा गया है।

श्री सागर ने अपेक्षा कि है कि सभी विभाग इस मुहिम में अपनी भागीदारी निभाते हुए प्रदेश के अव्वल की स्थिति को बरकार रखने में समुचित सहयोग करेंगे। प्रदेश में सडक दुर्घटनाओं में कमी लाते हुए सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु दर में कमी लाते हुए गंभीर रूप से घायल होने वाले व्यक्तियों को गोल्डन हावर्स में अस्पताल पहुँचाये जाने की इस पहल में मानवीयता के नाते सहयोग भी दर्ज करायें। सभी के सहयोग से परियोजना की परिकल्पना 'सभी के लिये सुरक्षित सडक'' के सपनों को साकार कर सकेंगे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश