Posted on 12 Feb, 2018 5:44 pm

 
भोपाल : सोमवार, फरवरी 12, 2018, 16:18 IST

 

आम तौर पर अभिभावकों की धारणा होती है कि बड़े शहरों में ही शिक्षा का स्तर ऊँचा होता है, बड़े शहरों में शिक्षा अध्ययन करने वाले विद्यार्थी ही प्रावीण्य सूची में अव्वल होते हैं और अपने साथ माता-पिता का नाम रोशन करते है। अशोकनगर की बेटियां इस मिथक को तोड़ रही हैं। सीगोंन की बेटी जहाँ आई.ए.एस. परीक्षा में अपना स्थान बना चुकी है, वही अशोकनगर की एक और बेटी गुंजन जैन ने शिक्षा के क्षेत्र में हुनर कर दिखाया है। देश के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने अशोकनगर की बेटी गुंजन को स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया है। #

एक्सीलेंसी कॉलेज की प्राचार्य श्रीमती रजनी शुक्ला ने बताया कि सत्र 2014-15 में गुंजन जैन ने महाविद्यालय में ऑनलाइन प्रवेश के माध्यम से बीएससी प्रथम वर्ष मे नियमित प्रवेश लिया था। यह छात्रा शुरू से ही शिक्षा के प्रति संवेदनशील रही है। छात्रा गुंजन जैन ने जीवाजी विश्वविद्यालय की बीएससी के तीनों वर्षों की परीक्षा मे पूरे विश्वविद्यालय में प्रथम आकर अपना और माता-पिता तथा महाविद्यालय का नाम रोशन किया है। छात्रा ने तीनों वर्ष मे कुल 77 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित किए है। देश के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने छात्रा को जीवाजी विश्वविधालय के दीक्षांत समारोह के दौरान स्वर्ण पदक तथा प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया है तथा बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश की बेटियाँ आगे आ रही हैं। इस बात का प्रमाण यह है कि विश्वविद्यालय में 49 स्वर्ण पदक में से 26 स्वर्ण पदक बेटियों ने ही हासिल किए हैं।

सोनी कॉलोनी में निवास करने वाले श्री राजेन्द्र कुमार जैन एक गल्ला व्यापारी हैं। उनकी धर्मपत्नि श्रीमती मनी जैन सामान्य गृहणी हैं। दोनों को अपनी बेटी गुंजन पर गर्व है। छात्रा गुंजन जैन ने बताया कि म.प्र. राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी कर डिप्टी कलेक्टर बनना चाहती हैं।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

Recent