Posted on 10 Sep, 2018 5:26 pm

 

देश के मानचित्र पर साक्षरता के क्षेत्र में अलीराजपुर जिले की स्थिति बहुत कमजोर है। यहाँ साक्षरता प्रतिशत 37.6 है। इसमें 21.1 प्रतिशत महिलाएँ हैं। कलेक्टर श्री गणेश शंकर मिश्रा ने जिलें को निरक्षरता के कलंक से मुक्ति दिलाने के लिये विगत 3 फरवरी से सक्षम अभियान शुरू किया है। अभियान की सूत्रधार महिलाओं को बनाया गया है। ये महिलाएँ स्व-सहायता समूह की सक्रिय सदस्य हैं।

सक्षम अभियान के पहले चरण में सोड़वा विकास खंड के 28 ग्रामों का चयन किया गया। शुरूआत में कुछ महिलायें भी अभियान से जुड़ीं। आज 2100 महिलाएँ तीन माह का प्रशिक्षण पूर्ण कर शिक्षा का प्रथम चरण पूरा कर चुकी हैं। जिले में प्रतिदिन साक्षरता की कक्षाएँ होती है, जहाँ ये महिलाएँ हस्ताक्षर करने के साथ-साथ अक्षर ज्ञान भी प्राप्त कर रही हैं। ये कक्षाएँ रोज अलग-अलग समय पर लगती हैं और यहाँ 5 सुपरवाइजर और 28 प्रेरक के रूप में क्षेत्र के युवक-युवतियाँ महिलाओं को साक्षरता का पाठ पढ़ाते हैं।

स्व-सहायता समूह की इन महिलाओं को प्रेरक द्वारा 'आखर साथी' पुस्तक से पढ़ाया जाता है। ग्रामीण महिलाओं को भीली और भिलाली स्थानीय बोलियों में वर्णमाला और अक्षर ज्ञान करवाया जाता है। ये महिलाएँ अब अपना नाम, अपने पति का नाम और वर्णमाला के अक्षरों को पढ़ना तथा लिखना सीख गई हैं।

अलीराजपुर जिले में ग्रामीण आजीविका मिशन में गठित 6000 से भी अधिक स्व-सहायता समूहों की 60 हजार से अधिक महिलाएँ सक्षम अभियान से जुड़ चुकी हैं। वह दिन दूर नहीं, जब अलीराजपुर जिला भी निरक्षरता के कलंक से मुक्त होकर साक्षरता के क्षेत्र में अग्रणी होगा।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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