Posted on 02 Feb, 2018 9:38 am

 
भोपाल : शुक्रवार, फरवरी 2, 2018, 17:48 IST

 

जबलपुर जिले के दानी गांव के उत्कष्ट कृषक अवार्ड से सम्मानित अभिषेक का मानना है कि खेती से लाभ कमाने के लिए आधुनिक कृषि पद्धति को अपनाना जरूरी है। स्वयं के अनुभव के आधार पर अभिषेक बताते हैं कि परम्परागत ढंग से जब उनका परिवार खेती करता था, तो बमुश्किल गुजर-बसर हो पाती थी। उनकी पढ़ाई के लिए पिता के पास पैसे नहीं थे, वे खेत बेचना चाहते थे। अभिषेक ने खेती को आधुनिक कृषि पद्धति अपनाकर शुरू किया और केवल 15 वर्षों में उन्होंने परिस्थियाँ बदल दी। अभिषेक खेती से अब 10 से 15 लाख रूपये सालाना शुद्ध आय अर्जित कर रहे हैं। खुद की खेती से करीब 200 लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं।

कृषक अभिषेक ने वर्ष 2000 में पिता के निधन के बाद पढ़ाई छोड़ खेती करने का निर्णय लिया। उस समय इनकी उम्र मात्र 17 वर्ष थी। भाई अभ्येन्द्र के साथ हर कठिनाई का डटकर सामना किया। कृषि विभाग ने समय-समय पर उनको उन्नत बीज उपलब्ध कराए, पशु पालन से लाभ कमाने के तरीके, बैंक ऋण, जैविक खाद निर्माण प्रक्रिया में सहयोग, फसल चक्र की उपयोगिता आधुनिक कृषि यंत्रों की जानकारी आदि में पूरी तरह सहयोग दिया।

हर समय कुछ नया करने की सोच रखने वाले इस युवा किसान ने खेती में वैज्ञानिकता को जोड़ा। एक ही समय में कई प्रकार की खेती की। अभिषेक खरीफ की फसल में उड़द, मूंग, मक्का जैसी फसल बोते हैं वहीं रबी में चना, मसूर, बटरी, उगाते हैं। कैश क्राप गन्ना भी लेते हैं। पशुपालन, एग्रो फॉरेस्ट, वर्मी कम्पोस्ट इनकी कृषि को अब लाभ का धंधा बना रही है। खेती के साथ अभिषेक गुड़ और घी बनाकर भी मुनाफा कमा रहे हैं। गन्ने की खेती करने में इन्हें प्रति वर्ष 40 से 50 हजार प्रति एकड़ मुनाफा होता है। गन्ने से गुड़ बनाने का काम भाई के साथ निजी प्लांट में करते हैं। अभिषेक ने वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण की तकनीक सीखी और इस विधा से जैविक खाद बनाते और बेचते हैं। अभिषेक ने अपने व्यापार को पूरी तरह डिजिटलाईंज्ड कर दिया है। इस काम को करने के लिए अभिषेक ने विशेष एक्सलशीट स्वयं डिजाइन की है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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