Posted on 30 Jun, 2018 4:14 pm

बैतूल जिले के ग्राम कुम्हारटेक निवासी राजू एवं प्रमिला भुसुमकर की बेटी रोशनी जन्म के बाद से ही कम सुन पाती थी। डेढ़ वर्ष की उम्र में रोशनी के कानों ने पूरी तरह से काम करना बंद कर दिया था। रोशनी की इस बीमारी ने माता-पिता की चिंता बढ़ा दी थी।

अभी 10 जून 2018 को भोपाल के हजेला अस्पताल में रोशनी का सफलतापूर्वक आपरेशन हुआ। अब रोशनी अपनी माता-पिता कि आवाज स्पष्ट सुनने लगी है।

एएनएम श्रीमती चन्द्रकला गायकवाड़ ने जिला चिकित्सालय में आयोजित मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सेवा शिविर में रोशनी का परीक्षण करवा कर उसे भोपाल रेफर कर वेरा टेस्ट करने के बाद मशीन लगवाई थी, परन्तु रोशनी को कोई फायदा नहीं हुआ।

रोशनी के माता-पिता उसे बैतूल के शीध्र हस्तक्षेप केन्द्र में उपचार के लिए ले गए, जहां चिकित्सकों ने बताया कि अगर बच्ची का काक्लियर ऑपरेशन हो जाये, तो सुन सकेगी। डाक्टरों ने रोशनी के पिता को मुख्यमंत्री बाल श्रवण उपचार योजना की जानकारी दी और काक्लियर इम्प्लांट का प्ररकण बनाकर 6 लाख 50 हजार रूपये की राशि की स्वीकृति मिली।

रोशनी की माँ प्रमिला कहती हैं कि जब बेटी उनकी आवाज सुनकर पास आती है तो उनका मन प्रेम से आनंदित हो उठता है।

 के माता-पिता उसे बैतूल के शीध्र हस्तक्षेप केन्द्र में उपचार के लिए ले गए, जहां चिकित्सकों ने बताया कि अगर बच्ची का काक्लियर ऑपरेशन हो जाये, तो सुन सकेगी। डाक्टरों ने रोशनी के पिता को मुख्यमंत्री बाल श्रवण उपचार योजना की जानकारी दी और काक्लियर इम्प्लांट का प्ररकण बनाकर 6 लाख 50 हजार रूपये की राशि की स्वीकृति मिली।

रोशनी की माँ प्रमिला कहती हैं कि जब बेटी उनकी आवाज सुनकर पास आती है तो उनका मन प्रेम से आनंदित हो उठता ह

सक्सेस स्टोरी (बैतूल)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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