Posted on 10 Apr, 2018 9:31 pm

 

राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज 25वीं स्कॉउट-गाईड रैली एवं अलंकरण समारोह में कहा कि स्कॉउट-गाईड के सहयोग से सरकार की कल्याणकारी योजनाओं तथा कार्यक्रमों की सफलता सुनिश्चित मानी जाती है। स्कॉउट-गाईड अनुशासन, परिश्रम, लगन और सेवा के प्रति समर्पण भावना के प्रतीक हैं।

राज्यपाल ने कहा कि स्कॉउट आन्दोलन विश्व में युवाओं का सबसे बडा वर्दीधारी शैक्षणिक आन्दोलन है। इसमें युवा विश्व शांति, बंधुत्व और सदभाव के लिए रचनात्मक भूमिका अदा कर रहे हैं। इस संगठन के दरवाजे समाज के सभी वर्गों के लिए उँच-नीच का भेद-भाव किये बिना खुले हैं। उन्होंने कहा कि स्कॉउट-गाईड का दायित्व है कि वे स्वयं भारतीय संस्कृति और सभ्यता को आत्मसात करें तथा अपने साथियों को समाज सेवा के महत्व के बारे में समझाएँ।

ऊर्जा मंत्री एवं स्कॉउट-गाइड के राज्य आयुक्त श्री पारस जैन ने इस अवसर पर कहा कि दस हजार से ज्यादा स्कॉउट-गाईड ने प्रदेश में सिंहस्थ के दौरान सराहनीय योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि स्कॉउट-गाईड को योग का प्रशिक्षण भी दिया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। श्री जैन ने राज्यपाल से आग्रह किया कि स्कॉउट-गाईड भवन को एयरपोर्ट अर्थारिटी को सौंपने के बदले उतनी ही जगह स्कॉउट-गाईड भवन बनाने के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाना चाहिए ।

इस अवसर पर महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती लता वानखेडे, पूर्व विधायक श्री गुट्टु भैय्या, शिक्षा विभाग के सचिव श्री अशोक भार्गव, स्काउट आयुक्त श्री प्रकाश सिसोदिया, आयुक्त गाइड श्रीमती चन्द्रकांता और स्कॉउट-गाईड के राज्य सचिव श्री आलोक खरे भी उपस्थित थे।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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