Posted on 22 Dec, 2016 7:37 pm

भोपाल : गुरूवार, दिसम्बर 22, 2016, 19:01 IST

 

अंतर्राष्ट्रीय वन मेले में अब तक 25 लाख रुपये से अधिक की जड़ी-बूटी एवं उत्पाद की बिक्री हो चुकी है। मेले में नेपाल, बांग्लादेश, मलेशिया और देश के विभिन्न राज्य के स्टॉल लोगों का खासा ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। लघु वनोपज संघ के अध्यक्ष श्री महेश कोरी ने बताया कि लोग आँवला, गुड़ और महुआ से बने उत्पाद खरीदने में काफी रुचि दिखा रहे हैं।

'लघु वनोपज का संवर्धन एवं सतत आजीविका के लिये साझेदारों के हितों का सुदृढ़ीकरण' पर दो-दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ। कार्यशाला में नेपाल, बांग्लादेश, महाराष्ट्र, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ और दिल्ली के 120 प्रतिनिधि ने भाग लिया। बांग्लादेश के उप प्रधान मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद जैद हसन जिया ने कार्यशाला में अपने देश के औषधीय पौधों और लघु वनोपजों के संवहनीय विदोहन, प्र-संस्करण और मूल्य संवर्धन के लिये किये जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी। फॉरेस्ट प्लस के प्रतिनिधियों ने होशंगाबाद जिले में महुआ के संवहनीय विदोहन एवं उत्पादन का आकलन कर वहाँ की वन-समितियों को महुआ से लड्डू, खीर, महुआ चूर्ण जैसे पदार्थों का निर्माण सिखाने की जानकारी दी। इससे मूल्य संवर्धन हुआ और 'महुआ पेय पदार्थ नहीं, खाना है' का नारा देकर ग्रामीणों को महुआ के प्रति नया नजरिया मिला।

कार्यशाला में एफआरएलएचटी बैंगलुरु से आये डॉ. जगन्नाथ राव ने उच्च माँग वाले औषधीय पौधों के संवर्धन एवं संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए इस दिशा में किये गये कार्यों की जानकारी दी। वैद्यराज बालेन्दु शेखर द्विवेदी ने स्वस्थ शरीर के लिये औषधीय पौधों के महत्व पर प्रकाश डाला।

अध्यक्षता पूर्व प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री व्ही.आर. खरे ने की। पूर्व प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री रमेश कुमार दवे, प्रबंध संचालक लघु वनोपज संघ श्री जव्वाद हसन और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

लगभग 500 लोगों ने लिया नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श का लाभ

नि:शुल्क चिकित्सा के लिये स्थापित ओपीडी में नेपाल के आरोग्य जीवन सेवा संस्थान के योग गुरु योगेश्वरानंद के स्टॉल पर काफी लोगों ने स्पर्श चिकित्सा उपचार का लाभ लिया। आज 40 चिकित्सक ने लगभग 500 लोगों को नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श दिया।

मेला प्रांगण में आज स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा समूह एवं एकल नृत्य के साथ वनौषधीय पौधों के बारे में खुला मंच प्रश्नोत्तरी, वन संरक्षण पर बुंदेलखण्डी गीतों और सरगम म्यूजिकल ग्रुप द्वारा रंगारंग प्रस्तुति दी गयी।

मेले में कल क्रेता-विक्रेता सम्मेलन

मेले में 23 दिसम्बर को लघु वनोपज एवं औषधीय पौधों के संग्राहकों, प्र-संस्करणकर्ताओं और उत्पाद निर्माताओं के लिये सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक क्रेता-विक्रेता सम्मेलन होगा। कक्षा-एक से बारहवीं तक के छात्र-छात्राओं के लिये चित्रकला और एक से पाँचवीं तक के बच्चों के लिये फेंसी ड्रेस प्रतियोगिता होगी। शाम को वृंदावन समूह द्वारा राधेकृष्ण नृत्य और रानी दुलैया आयुर्वेदिक महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा नृत्य एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश