Posted on 23 Dec, 2016 6:38 pm

भोपाल : शुक्रवार, दिसम्बर 23, 2016, 18:15 IST

 

अंतर्राष्ट्रीय वन मेले में आज 40 लाख से अधिक लोगों ने आयुर्वेदिक चिकित्सकों का नि:शुल्क परामर्श लिया जड़ी-बूटी और अन्य उत्पाद खरीदे। मेले की लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि भोपाल सहित आसपास के जिलों के लोग भी मेला घूमने और खरीददारी करने आ रहे हैं। मेले में पेटीएम की भी व्यवस्था है, जिसका उपयोग 74 स्टॉल कर रहे हैं।

मेला प्रांगण में आज हुए क्रेता-विक्रेता सम्मेलन में बड़ी संख्या में हर्बल उत्पाद से जुड़े निर्माता, व्यवसायी और लघु वनोपज संग्राहक शामिल हुए। प्रबंध संचालक श्री जव्वाद हसन की उपस्थिति में क्रेता-विक्रेताओं के मध्य 98 लाख रुपये से अधिक के 24 एमओयू हस्ताक्षरित किये गये। इसमें 35 लघु वनोपजों की 1683 क्विंटल मात्रा के क्रय-विक्रय के अनुबंध हुए हैं, जिसमें कालमेघ पंचांग, अश्वगंधा, शतावर, हर्रा, कचरिया, अनंतमूल, बहेड़ा, च्यवनप्राश मुख्य रूप से शामिल हैं।

लघु वनोपज संघ के अध्यक्ष श्री महेश कोरी ने बताया कि हर्बल उत्पादों के साथ फूड कोर्ट भी लोगों को भा रहे हैं। सभी वर्ग के लोग आयुर्वेदिक, यूनानी दवा और नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श के साथ मेले का लुत्फ भी उठा रहे हैं। एलोवीरा के फेसपेक, तुलसी सिरप, आँवला जूस, बेल शर्बत, गुड़, मेवे आदि के प्रति लोगों का काफी रुझान रहा।

श्री कोरी ने बताया कि कुछ वैद्यराज की ओपीडी में सैकड़ों लोग लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं और चिकित्सीय परामर्श के प्रति विश्वास व्यक्त कर रहे हैं। अब तक 60 से अधिक चिकित्सक एवं वैद्य 3200 से अधिक लोगों को नि:शुल्क परामर्श दे चुके हैं। आज स्कूली छात्र-छात्राओं की चित्रकला प्रतियोगिता भी हुई।

वन मंत्री डॉ. शेजवार आज करेंगे समापन

वन, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार 24 दिसम्बर की शाम 5 बजे वन मेले का समापन करेंगे। लघु वनोपज संघ अध्यक्ष श्री महेश कोरी की अध्यक्षता में होने वाले समापन कार्यक्रम में सहकारिता एवं गैस राहत (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री श्री विश्वास सारंग, वन, उद्यानिकी, खाद्य प्र-संस्करण (स्वतंत्र प्रभार) श्री सूर्य प्रकाश मीणा, राज्य उपभोक्ता संघ के अध्यक्ष श्री रतन यादव विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में मेले के दौरान आयोजित किये गये विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं के विजेताओं को और उत्कृष्ट पंडालों को पुरस्कृत भी किया जायेगा।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश