Posted on 14 Apr, 2020 3:48 pm

राज्य शासन रबी विपणन वर्ष 2020-21 में गेहूँ की समर्थन मूल्य पर खरीदी बुधवार 15 अप्रैल से शुरू की जा रही है। किसानों की सुविधा के लिये 48 जिलों में 4 हजार 305 खरीदी केन्द्र बनाये गये है। भोपाल, इंदौर और उज्जैन में गेहूँ की खरीदी के लिये तारीखें अलग से घोषित की जायेगी। प्रमुख सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण श्री शिवशेखर शुक्ला ने जिला कलेक्टरों को गेहूँ की समर्थन मूल्य पर खरीदी की व्यवस्थाओं के बारे मे विस्तृत निर्देश जारी किये है।

21 लाख किसानों को भेजेंगे एसएमएस

प्रमुख सचिव शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के 21 लाख किसानों को एसएमएस भेज कर उनकी उपज की खरीदी का समय और तारीख की जानकारी प्रदान की जा रही है। खरीदी केन्द्र पर एक दिन में केवल छ: किसानों को उनकी उपज बेचने के लिये मेसेज दिये जाएंगे। खरीदी केन्द्र में गेहूँ की तुलाई दो पाली में की जाएगी। प्रथम पाली के लिये सुबह 10 बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक तथा दूसरी पाली दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक जारी रहेगी। एक पाली में केवल तीन किसानों की उपज की तोल की जाएगी। यदि कोई किसान किसी कारणवश निर्धारित तिथि के मेसेज पर खरीदी केन्द्र नहीं पहुँच पाते हैं, तो उन्हे पुन: अवसर प्रदान किया जाएगा।

खरीदी केन्द्र पर कोरोना गाइड लाइन का पालन

प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने जिला कलेक्टरों से कहा है कि खरीदी केन्द्रो पर किसानों के साथ-साथ कार्यरत कर्मचारियों से भी कोरोना गाइड लाइन के अनुसार कार्यवाही करायें। इन्हे आपस में तीन-तीन मीटर की दूरी पर रहकर कार्य करने के निर्देश दें। खरीदी केन्द्रों पर किसानों को अपने साथ वृद्धजनों, बच्चों और अस्वस्थ लोगों को लाने की अनुमति नहीं होगी। खरीदी केन्द्रों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात करने के लिये कहा गया है। जिन किसानों को खरीदी केन्द्र पर उपज लाने के लिये एसएमएस जाएंगे, केवल उन्ही किसानों को लॉकडाउन की अवधि में खरीदी केन्द्र तक आने और जाने की अनुमति रहेगी।

मास्क, सेनेटाइजर और साबुन की व्यवस्था

प्रमुख सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण श्री शिव शेखर शुक्ला ने जिला कलेक्टरों से कहा है कि सभी खरीदी केन्द्रों पर किसानों और कर्मचारियों को कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिये मास्क, सेनेटाइजर और हाथ धोने के लिये साबुन की व्यवस्था सुनिश्चित करें। कानून व्यवस्था बनाएं रखने के लिये आवश्यकतानुसार निर्वाचन कार्यों की तर्ज पर संवेदनशील खरीदी केन्द्र चिन्हित करें तथा उन केन्द्रों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम कराएं।

निगरानी के लिये बनाए गए सेक्टर प्रभारी अधिकारी

किसानों से गेहूँ की समर्थन मूल्य पर खरीदी के कार्य पर निगरानी के लिये जिला अधिकारियों को सेक्टर प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। इन सभी अधिकारियों के साथ चिकित्सकों की टीम में तैनात रहेगी। खरीदी केन्द्रों पर आवश्यतानुसार किसानों का स्वास्थ्य परीक्षण भी कराने के लिये कहा गया है। प्रत्येक जिले को प्रतिदिन की खरीदी की सूचना राज्य-स्तरीय कंट्रोल रूम में उसी दिन अनिवार्य रूप से भेजने के निर्देश दिये है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग छत्तीसगढ़