Posted on 12 Jun, 2024 5:26 pm

जल ही जीवन का आधार है। पानी के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। जल के इसी महत्व को देखते हुए भारतीय संस्कृति में जल की पूजा होती आ रही है। आने वाले कल के लिए जल संरक्षण महती आवश्यकता है। यह बात जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने सीहोर जिले की इछावर जनपद पंचायत के ग्राम कांकरखेड़ा में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत आयोजित श्रमदान कार्यक्रम में कही।   

 मंत्री  श्री सिलावट ने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान समय की सबसे बड़ी जरूरत है। इस अभियान से जहां एक ओर जल के संरक्षण और संवर्धन में मदद मिलेगी, वहीं दूसरी और पर्यावरण में भी सुधार होगा। अभियान में नदी, तालाब, कुओं, बावड़ी आदि जल संरचनाओं का जीर्णाद्धार और नवीनीकरण कर उन्हें उपयोगी बनाया जा रहा है। तालाबों के किनारों पर हरित क्षेत्र बफर जोन तैयार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर शुरू किया गया जल गंगा संवर्धन अभियान पूरे प्रदेश का अभियान है, पूरे समाज का अभियान है। इसमे प्रत्येक नागरिक की भागीदारी जरूरी है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील है कि वे अपने स्तर पर भी जल संचयन के लिए छोटे छोटे प्रयास कर सकते हैं।

 मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश तेजी से विकास कर रहा है। वर्ष 2006 में प्रदेश की सिंचाई का रकबा सात लाख हेक्टेयर था, जो बढ़कर आज 47 लाख हेक्टेयर हो गया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 में खेती का रकबा 65 लाख हेक्टेयर करने का लक्ष्य है। जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा के आग्रह पर कांकरखेड़ जलाशय की क्षतिग्रस्त नहर का सुधार, पाल पर झाड़ियों की सफाई एवं पिचिंग रिसेटिंग का कार्य किये जाने के निर्देश दिये। इसके साथ ही बीरपुर उद्वहन सिंचाई योजना में अतिरिक्त कमाण्ड क्षेत्र 800 हेक्टेयर ग्राम अबिदाबाद को परियोजना में शामिल करने के भी निर्देश दिए।

राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा ने कहा कि जल है तो कल है। हम सभी को जल संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयास करना होगा। वर्षा जल को जितना अधिक रोक सकें रोकना होगा। नदी, तालाबो, कुओं, बावड़ियों, पोखर के साथ ही सभी जल स्त्रोतों की सफाई, गहरीकरण एवं जीर्णांद्वार करना होगा, जिससे ज्यादा से ज्यादा पानी जमा किया जा सके।

 राजस्व मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि इछावर क्षेत्र के विकास में धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। जनता का सम्मान ही मेरा सम्मान है। मैं जनता के हर सुख-दुख में साथ हॅूं और उनके कल्याण और क्षेत्र के विकास के लिए निरन्तर काम करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि देश में प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश को विकास को नई गति मिली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों को राजस्व संबंधी कामों के लिए परेशान नहीं होना पड़े, इसके लिए दो माह तक राजस्व अभियान चलाया गया, जिसमें 30 लाख से अधिक राजस्व प्रकरणों का निराकरण किया गया है। उन्होंने कहा कि यह नियम बना दिया गया है कि सम्पत्ति की खरीदी-बिक्री के 20 दिन के अन्दर नामान्तरण हो जाएगा। इसी प्रकार सीमांकन की भी 30 दिन की समय-सीमा तय कर दी गई है। मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन, प्रधानमंत्री आवास, किसान सम्मान निघि, लाड़ली बहना, लाड़ली लक्ष्मी, नि:शुल्क राशन वितरण जैसी अनेकों कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। 

 ग्राम कांकरखेड़ा में जल गंगा संवर्धन अभियान में जन-प्रतिधियों, अधिकारियों-कर्मचारियों और बड़ी संख्या में उपस्थित स्थानीय नागरिकों ने तालाब गहरीकरण में श्रमदान किया। ग्राम कांकरखेडा मरी नारायणी माता मंदिर परिसर में मंत्री श्री सिलावट एवं मंत्री श्री वर्मा ने पौधारोपण किया। पौधरोपण के पूर्व मंत्री द्वय ने मंदिर में माता की पूजा-अर्जना की और देश-प्रदेश की खुशहाली की कामना की। 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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