Posted on 26 Aug, 2021 3:38 pm

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आपदा प्रबंधन में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाना बेहद जरूरी है। वे होमगार्ड के आपदा प्रबंधन कक्ष से प्रदेश के सभी होमगार्ड अधिकारियों से ऑनलाइन रूबरू होते हुए संवाद कर रहे थे। डॉ. मिश्रा ने होमगार्ड लाइन में ढाई करोड़ रूपये से अधिक के निर्माण कार्यों का लोकार्पण कर अवलोकन भी किया। उन्होंने एक करोड़ 54 लाख रूपये के बहुउद्देशीय हॉल का भूमि-पूजन भी किया। इस अवसर पर महानिदेशक होमगार्ड श्री अशोक दोहरे, एडीजी श्री अशोक अवस्थी एवं श्री डी.सी. सागर, आईजी एसडीईआरएफ सुश्री दीपिका सूरी सहित होमगार्ड एवं आपदा प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

मंत्री डॉ. मिश्रा ने आपदा प्रबंधन संबंधी प्रदेश के सभी अधिकारियों का अभिनंदन करते हुए आपदा में किये गये कार्यों के लिये सैल्यूट किया। उन्होंने विगत डेढ़ वर्ष में प्रदेश में आई बाढ़, अतिवृष्टि और कोरोना जैसी गंभीर विपत्ति में विभाग द्वारा निष्ठापूर्वक किये गये कार्यों की सराहना की। डॉ. मिश्रा ने कहा कि टेक्नालॉजी वक्त के साथ बदलती जा रही है। जरूरत के मुताबिक हमे भी अपनी कार्यशैली में बदलाव लाना जरूरी है। आपदा के समय नई तकनीक का इस्तेमाल कर हम और अधिक लोगों की जान-माल की रक्षा कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि विभाग की बेहतरी और आधुनिकीकरण की दिशा में निरंतर कार्य किया जा रहा है। डॉ. मिश्रा ने विभाग द्वारा किये जाने वाले साहसिक कार्यों का विभिन्न प्रकार से दस्तावेजीकरण करने के लिये निर्देशित किया है।

मंत्री डॉ. मिश्रा ने होमगार्ड लाइन में 2 करोड़ 51 लाख 74 हजार रूपये लागत के एसडीईआरएफ कैम्पस में निर्मित 15 कक्षीय हॉस्टल, 2 मंजिला बैरक, एसडीईआरएफ ऑफिस और बैरक, भोजनालय एवं सैनिक बैरक का लोकार्पण किया। साथ ही उन्होंने एक करोड़ 54 लाख रूपये की लागत से निर्मित किये जाने वाले नवीन बहुउद्देशीय हॉल का भूमि-पूजन किया। डॉ. मिश्रा ने कहा उपरोक्त लोकार्पण से लाइन विभिन्न शासकीय कार्यों व प्रशिक्षण के लिये आने वाले वरिष्ठ स्तर से लेकर सैनिक तक को रहने की सुविधा हो सकेगी।

डॉ. मिश्रा ने ऑनलाइन किया संवाद

आपदा प्रबंधन के संभाग और जिला स्तरीय अधिकारियों से गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने ऑनलाइन संवाद किया। ग्वालियर, भोपाल, शहडोल, इंदौर और जबलपुर डिविजन के डिस्ट्रिक कमांडेंट ने आपदा प्रबंधन में आने वाली दिक्कतों के साथ ही विभागीय परेशानियों से अवगत कराया। डॉ. मिश्रा ने कहा कि यथाशीघ्र समस्याएँ दूर की जायेंगी। आपदा के समय 8 घंटे से अधिक ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों के नि:शुल्क स्वल्पाहार एवं भोजन संबंधी प्रस्ताव शासन स्तर पर विचाराधीन हैं।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश