Posted on 26 Jun, 2019 3:05 pm

गौवंश के संरक्षण के लिए नगरीय निकाय अपनी नजदीकी उन्नत गौ-शाला के साथ एम.ओ.यू. करेंगे। गौ-शाला के पास ही गोबर गैस और जैविक खाद प्लांट लगाने के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा। गौ-शालाओं में शहर के आवारा पशुओं को भी रखने की व्यवस्था की जायेगी। इसके लिये शासन द्वारा इन्हें अनुदान दिया जायेगा। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने सूखी सेवनिया के पास ग्राम डूब बरखेड़ी में गौशाला और जैविक खाद के प्लांट के निरीक्षण के दौरान यह बात कही।

मंत्री श्री सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के माध्यम से स्व-सहायता समूहों का गठन कर गौ-शाला संचालन के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जैविक खाद और गोबर गैस प्लांट के लिए बिजली बिल में अनुदान देने के बारे में भी विचार किया जायेगा। श्री सिंह ने श्री दयोदय ऊर्जा जैविक खाद प्लांट में खाद, स्लरी और गैस बनाने की तकनीक के बारे में जानकारी ली।

श्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि स्थानीय प्रशासन गौ-शाला के उत्पाद जैसे जैविक खाद, गौनाइल और गौकाष्ठ की बिक्री में भी मदद करेगा। गौ-शाला में शेड निर्माण, भूसा गोदाम आदि के लिये शासकीय योजनाओं में मदद दी जायेगी।

पतंजलि खरीदता है जैविक खाद

श्री दयोदय ऊर्जा एवं जैविक खाद प्लांट के संचालक ने बताया कि प्लांट में उत्पादित जैविक खाद पतंजलि संस्थान द्वारा खरीदी जा रही है। बायोगैस संयंत्र में प्रतिदिन 75 टन गोबर से 1200 किलोग्राम मैथेन गैस निकलती है, जिसे सिलेण्डर में भरकर व्यवसायिक उपयोग के लिये प्रयोग किया जाता है। इसके साथ ही 25 टन जैविक खाद बनती है। इस दौरान नगरीय विकास संचालनालय के एडिशनल कमिश्नर श्री पंकज जैन, कमिश्नर नगर निगम भोपाल श्री विजय दत्ता एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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