आदिवासी किसानों का सुरक्षा-कवच है भावांतर भुगतान योजना
Posted on 24 Dec, 2017 11:09 am
भोपाल : रविवार, दिसम्बर 24, 2017 | |
आदिवासी बहुल झाबुआ जिले के किसानों को भी किसान कल्याण विभाग की भावांतर भुगतान योजना का लाभ मिला है। यह योजना आदिवासी किसानों का सुरक्षा-कवच बन गई है। पहले ये किसान मण्डियों में कृषि उपज का उतार-चढ़ाव होने के कारण काफी नुकसान सहते थे। इस योजना से जिले में 1078 किसानों को फायदा पहुँचा है। उनके खाते में करीब 72 लाख रुपये की भावांतर राशि जमा करवाई गई है। जिले के राणापुर विकासखण्ड के ग्राम खेरमाल के किसान मानसिंह ने इस वर्ष अपने खेत में सोयाबीन लगाया था। मण्डी में भाव के भारी उतार-चढ़ाव से मानसिंह को सोयाबीन का समर्थन मूल्य नहीं मिल पाया। मानसिंह ने भावांतर भुगतान योजना में अपना पंजीयन करवाया। इस योजना ने मानसिंह के नुकसान की भरपाई हुई। उसे भावांतर राशि करीब 24 हजार रुपये सीधे उसके खाते में मिली। मानसिंह अब जागरूक होने का दावा करता है। साथ ही क्षेत्र के अन्य किसानों को जागरूक बना रहा है, भावांतर भुगतान योजना के फायदे समझा रहा है और योजना में पंजीयन कराने में उनकी मदद भी कर रहा है। सफलता की कहानी (झाबुआ) |
साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश