Posted on 11 Jun, 2024 7:22 pm

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की घोषणा के अनुरूप यह वर्ष मध्यप्रदेश में गौवंश रक्षण वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। गौवंश रक्षण अभियान प्रदेश में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा दिनांक 9 अप्रैल 2024 से प्रारंभ हुआ है, जो चैत्र कृष्ण अमावस्या 29 मार्च 2025 तक चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और अन्य मंत्रियों का आज पशुपालन मंत्री श्री लखन पटेल ने मंत्री परिषद की बैठक के दौरान अंग वस्त्र भेंट कर अभिनंदन किया। साथ ही इस कार्य में सभी के अधिक से अधिक सहयोग और इस अभियान को जन-जन तक पहुंचा कर पूर्ण सफल बनाने का आव्हान किया।

मंत्री श्री पटेल ने बताया कि गौवंश रक्षण अभियान के अंतर्गत प्रदेश में समस्त गौशालाओं में गोवंश से जुड़ी 26 प्रमुख तिथियों में वर्षभर कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। गौशालाओं को समाज से जोड़ने के लिए विभिन्न सामाजिक, मांगलिक और धार्मिक कार्यक्रमों को भी गौशालाओं में आयोजित किया जा रहा है। नई पीढ़ी को गोवंश के प्रति संवेदनशील बनाने के लिये भी गतिविधियां आयोजित की जा रही है। गौ रक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वाले और दानदाताओं को भी सम्मानित किया जा रहा है। जिला स्तर पर वैज्ञानिक रीति से गोपालन एवं जैविक कृषि के लिए संगोष्टियां और कार्यशालाएं आयोजित की जाएगी।

मंत्री श्री पटेल ने बताया कि प्रदेश में गोरक्षण और गोसंवर्धन के विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। प्रदेश में संचालित गौशालाओं को श्रेष्ठ संचालन के लिए पुरस्कृत किया जाएगा, चरनोई की भूमि से अतिक्रमण हटाए जाएंगे। सड़कों पर प्रत्येक 50 किलोमीटर पर ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि यदि कोई गाय घायल हो, तो उसे इलाज के लिए आसानी से ले जाया जा सके। इसके लिए हाइड्रोलिक कैटल लिफ्टिंग व्हीकल का इंतजाम किया जा रहा है। सरकार द्वारा गौशालाओं को प्रति गाय प्रतिदिन ₹20 के स्थान पर ₹40 की राशि दी जाएगी, चारा-भूसा काटने के उपकरणों पर अनुदान की व्यवस्था की जाएगी, अधूरी गौशालाओं का निर्माण पूर्ण किया जाएगा और नई गौशालाएं प्रारंभ की जाएगी। इसके लिए मनरेगा से भी राशि उपलब्ध कराई जाएगी। प्रदेश में गोवंश विहार विकसित किए जाएंगे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

Recent