Posted on 23 Oct, 2017 6:13 pm

 

वित्त एवं वाणिज्यिक कर मंत्री श्री जयंत मलैया ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश में स्व-रोजगार के अवसर देने के लिए महत्वाकांक्षी योजनाएँ शुरू की हैं। इन योजनाओं में युवाओं और महिलाओं को ऋण देने के मामले में बैंकर्स संवेदनशील रहकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि निर्धन वर्ग के व्यक्तियों को आर्थिक मदद देने के मामलों को प्राथमिकता दी जाए। वित्त मंत्री श्री मलैया आज भोपाल के बीएचईएल के इन्द्रपुरी-भारत नगर में धन लक्ष्मी बैंक शाखा के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

वित्त मंत्री श्री मलैया ने कहा कि मध्यप्रदेश में वंचित वर्ग की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए बड़ी संख्या में स्व-सहायता समूह बनाए गए हैं। इन्हें आर्थिक रूप से मदद देकर आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी बैंकों की है। वित्त मंत्री ने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना में जरूरतमंदों के लिए बनाए जा रहे मकान निर्माण की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि हाल ही में भोपाल और इंदौर में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में मेगा शिविर लगाए गए थे। इन शिविरों में बैंकों की सेवा सराहनीय रही है।

कार्यक्रम में चीफ जनरल मैनेजर श्री मनिकंडन पी. ने बताया कि धन लक्ष्मी बैंक की स्थापना वर्ष 1927 में केरल के त्रिचूर में हुई थी। पिछले 90 वर्षों में धन लक्ष्मी बैंक को समाज के सभी वर्गों का सहयोग मिला है। बैंक का कारोबार अब 18 हजार करोड़ का हो गया है। शाखा प्रमुख श्री सुंदरेशन के. ने बताया कि बैंक की देशभर में 258 शाखा हैं। मध्यप्रदेश में बैंक की पहली शाखा राजधानी भोपाल में शुरू की गई है। जल्द ही प्रदेश के अन्य शहरों में धन लक्ष्मी बैंक का विस्तार किया जाएगा। बैंक के रीजनल हेड श्री मुरलीधरन एम. ने बताया कि धन लक्ष्मी बैंक माइक्रो फायनेंसिंग में प्राथमिकता के साथ कार्य कर रहा है। देशभर में बैंक के करीब 35 लाख ग्राहक हैं, जिन्हें अच्छी सेवाएँ दी जा रही हैं।

कार्यक्रम को भोपाल के आर्चविशप डॉ. लियो कॉर्नेलियो और नायर समाज के पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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