Storage Status of 91 Major Reservoirs of the Country as on May 19, 2016 - 19 मई, 2016 को देश के 91 प्रमुख जलाशयों की संग्रहण स्थिषति
Posted on 20 May, 2016 4:08 pm
The water storage available in 91 major reservoirs of the country for the week ending on May 19, 2016 was 28.175 BCM which is 18% of total storage capacity of these reservoirs. This was 59% of the storage of corresponding period of last year and 80%of storage of average of last ten years.
The total storage capacity of these 91 reservoirs is 157.799 BCM which is about 62% of the total storage capacity of253.388 BCM which is estimated to have been created in the country. 37 Reservoirs out of these 91 have hydropower benefit with installed capacity of more than 60 MW.
REGION WISE STORAGE STATUS:-
NORTHERN REGION
The northern region includes States of Himachal Pradesh, Punjab and Rajasthan. There are six reservoirs under Central Water Commission (CWC) monitoring having total live storage capacity of 18.01 BCM. The total live storage available in these reservoirs is 3.76 BCM which is 21% of total live storage capacity of these reservoirs. The storage during corresponding period of last year was 42% and average storage of last ten years during corresponding period was 30% of live storage capacity of these reservoirs. Thus, storage during current year is less than the corresponding period of last year and is also less than the average storage of last ten years during the corresponding period.
EASTERN REGION
The Eastern region includes States of Jharkhand, Odisha, West Bengal and Tripura. There are 15 reservoirs under CWC monitoring having total live storage capacity of 18.83 BCM. The total live storage available in these reservoirs is 4.71 BCM which is 25% of total live storage capacity of these reservoirs. The storage during corresponding period of last year was 37% and average storage of last ten years during corresponding period was 21% of live storage capacity of these reservoirs. Thus, storage during current year is less than the corresponding period of last year and is better than the average storage of last ten years during the corresponding period.
WESTERN REGION
The Western region includes States of Gujarat and Maharashtra. There are 27 reservoirs under CWC monitoring having total live storage capacity of 27.07 BCM. The total live storage available in these reservoirs is 4.15 BCM which is 15% of total live storage capacity of these reservoirs. The storage during corresponding period of last year was 27% and average storage of last ten years during corresponding period was 28% of live storage capacity of these reservoirs. Thus, storage during current year is less than the storage of last year and is also less than the average storage of last ten years during the corresponding period.
CENTRAL REGION
The Central region includes States of Uttar Pradesh, Uttarakhand, Madhya Pradesh and Chhattisgarh. There are 12 reservoirs under CWC monitoring having total live storage capacity of 42.30 BCM. The total live storage available in these reservoirs is 10.11 BCM which is 24% of total live storage capacity of these reservoirs. The storage during corresponding period of last year was 35% and average storage of last ten years during corresponding period was 19% of live storage capacity of these reservoirs. Thus, storage during current year is less than the storage of last year but is better than the average storage of last ten years during the corresponding period.
SOUTHERN REGION
The Southern region includes States of Andhra Pradesh, Telangana, AP&TG (Two combined projects in both states) Karnataka, Kerala and Tamil Nadu. There are 31 reservoirs under CWC monitoring having total live storage capacity of 51.59 BCM. The total live storage available in these reservoirs is 5.44 BCM which is 11% of total live storage capacity of these reservoirs. The storage during corresponding period of last year was 21% and average storage of last ten years during corresponding period was 20% of live storage capacity of these reservoirs. Thus, storage during current year is less than the corresponding period of last year and is also less than the average storage of last ten years during the corresponding period.
States having better storage than last year for corresponding period are Andhra Pradesh and Tripura, Rajasthan. States having lesser storage than last year for corresponding period are Himachal Pradesh, AP&TG (Two combined projects in both states), Punjab, West Bengal, Jharkhand, Odisha, West Bengal, Gujarat, Maharashtra, Uttar Pradesh, Uttarakhand, Madhya Pradesh, Chhattisgarh, Telangana, Tamil Nadu, Karnataka and Kerala.
19 मई, 2016 को देश के 91 प्रमुख जलाशयों की संग्रहण स्थिषति |
19 मई, 2016 को देश के 91 प्रमुख जलाशयों में 28.175 बीसीएम (अरब घन मीटर) जल का संग्रहण आंका गया। यह इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 18 प्रतिशत है। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि के कुल संग्रहण का 59 प्रतिशत तथा पिछले दस वर्षों के औसत जल संग्रहण का 80 प्रतिशत है। इन 91 जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता 157.799 बीसीएम है, जो देश की अनुमानित जल संग्रहण क्षमता 253.388 बीसीएम का लगभग 62 प्रतिशत है। इन 91 जलाशयों में 37 जलाशय ऐसे हैं जो 60 मेगावाट से अधिक की स्थापित क्षमता के साथ पनबिजली लाभ देते हैं। क्षेत्रवार संग्रहण स्थिति
उत्तरी क्षेत्र उत्तरी क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश, पंजाब तथा राजस्थान आते हैं। इस क्षेत्र में 18.01 बीसीएम की कुल संग्रहण क्षमता वाले छह जलाशय हैं, जो केन्द्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) की निगरानी में हैं। इन जलाशयों में कुल उपलब्ध संग्रहण 3.76 बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 21 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि में इन जलाशयों की संग्रहण स्थिति 42 प्रतिशत थी। पिछले दस वर्षों का औसत संग्रहण इसी अवधि में इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 30 प्रतिशत था। इस तरह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में चालू वर्ष में संग्रहण कम है और यह पिछले दस वर्षों की इसी अवधि के दौरान रहे औसत संग्रहण से भी कम है।
पूर्वी क्षेत्र पूर्वी क्षेत्र में झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल एवं त्रिपुरा आते हैं। इस क्षेत्र में 18.83 बीसीएम की कुल संग्रहण क्षमता वाले 15 जलाशय हैं, जो सीडब्ल्यूसी की निगरानी में हैं। इन जलाशयों में कुल उपलब्ध संग्रहण 4.71 बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 25 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि में इन जलाशयों की संग्रहण स्थिति 37 प्रतिशत थी। पिछले दस वर्षों का औसत संग्रहण इसी अवधि में इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 21 प्रतिशत था। इस तरह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में चालू वर्ष में संग्रहण कम है लेकिन यह पिछले दस वर्षों की इसी अवधि के दौरान रहे औसत संग्रहण से अधिक है। पश्चिमी क्षेत्र पश्चिमी क्षेत्र में गुजरात तथा महाराष्ट्र आते हैं। इस क्षेत्र में 27.07 बीसीएम की कुल संग्रहण क्षमता वाले 27 जलाशय हैं, जो सीडब्ल्यूसी की निगरानी में हैं। इन जलाशयों में कुल उपलब्ध संग्रहण 4.15 बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 15 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि में इन जलाशयों की संग्रहण स्थिति 27 प्रतिशत थी। पिछले दस वर्षों का औसत संग्रहण इसी अवधि में इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 28 प्रतिशत था। इस तरह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में चालू वर्ष में संग्रहण कम है और यह पिछले दस वर्षों की इसी अवधि के दौरान रहे औसत संग्रहण से भी कम है। मध्य क्षेत्र मध्य क्षेत्र में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ आते हैं। इस क्षेत्र में 42.30 बीसीएम की कुल संग्रहण क्षमता वाले 12 जलाशय हैं, जो सीडब्ल्यूसी की निगरानी में हैं। इन जलाशयों में कुल उपलब्ध संग्रहण 10.11 बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 24 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि में इन जलाशयों की संग्रहण स्थिति 35 प्रतिशत थी। पिछले दस वर्षों का औसत संग्रहण इसी अवधि में इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 19 प्रतिशत था। इस तरह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में चालू वर्ष में संग्रहण कम है लेकिन यह पिछले दस वर्षों की इसी अवधि के दौरान रहे औसत संग्रहण से बेहतर है। दक्षिणी क्षेत्र दक्षिणी क्षेत्र में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, (दोनों राज्यों में दो संयुक्त परियोजना), कर्नाटक, केरल एवं तमिलनाडु आते हैं। इस क्षेत्र में 51.59 बीसीएम की कुल संग्रहण क्षमता वाले 31 जलाशय हैं, जो सीडब्ल्यूसी की निगरानी में हैं। इन जलाशयों में कुल उपलब्ध संग्रहण 5.44 बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 11 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि में इन जलाशयों की संग्रहण स्थिति 21 प्रतिशत थी। पिछले दस वर्षों का औसत संग्रहण इसी अवधि में इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 20 प्रतिशत था। इस तरह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में चालू वर्ष में संग्रहण कम है और यह पिछले दस वर्षों की इसी अवधि के दौरान रहे औसत संग्रहण से भी कम है। पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में जिन राज्यों में जल संग्रहण की स्थिति बेहतर है उनमें आंध्र प्रदेश, त्रिपुरा और राजस्थान शामिल हैं। पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में जिन राज्यों में जल संग्रहण कम रहा उनमें हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना (दोनों राज्यों में दो संयुक्त परियोजना) पंजाब, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल शामिल हैं। |