Posted on 25 Aug, 2019 6:14 pm

ऊर्जा मंत्री श्री  प्रियव्रत सिंह ने तीनों विद्युत वितरण कंपनी के  प्रबंध संचालकों को निर्देशित किया है कि प्रत्येक विद्युत वितरण केंद्र में 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक कम से कम 3 उपभोक्ता शिविर  जरूर लगाएं। शिविर में नमूने के तौर पर कुछ बिजली बिलों की जांच भी करें। अधिक और गलत बिल की शिकायतों का जल्द निराकरण करें। शिविर में बिजली की गुणवत्ता, संधारण और व्यवधान के बारे में प्राप्त शिकायतों का निराकरण भी सुनिश्चित करें। शिविर में यथासंभव कंपनी के कार्यपालन यंत्री भी उपस्थित रहें।    ऊर्जा मंत्री ने कहा कि शिविरों की कार्यवाही का प्रतिवेदन 21 अक्टूबर तक अवश्य भेजें। उन्होंने कहा कि 'आपकी सरकार-आपके द्वार' कार्यक्रम में भी विद्युत वितरण  कंपनी के अधिकारी उपस्थित रहकर विभाग से संबंधित लोगों की समस्याओं का निराकरण करें।   

कंपनी का मुख्य लक्ष्य विद्युत उपभोक्ता की संतुष्टि

 ऊर्जा मंत्री श्री सिंह ने कहा है कि विद्युत वितरण कंपनी  मूलतः सेवा प्रदाता है। विद्युत उपभोक्ता की संतुष्टि ही कंपनी का मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। ट्रिपिंग की समस्या दूर करें।                         

 श्री सिंह ने कहा कि विद्युत बिलों की वसूली के लिए भी विशेष अभियान चलाना होगा। उन्होंने कहा कि वसूली के पहले जरूरी है कि सही बिजली बिल और संतोषजनक विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित हो। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सही मीटर रीडिंग और इसी के आधार पर बिल बनाने के साथ ही उपभोक्ताओं तक समय पर बिल पहुँचना भी जरूरी है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​​

Recent