Posted on 12 Apr, 2020 7:29 pm

आम तौर पर सेवानिवृत्ति के बाद लोग अपनी पाई-पाई बहुत सोच समझ कर खर्च करते हैं। वृद्धावस्था में आकस्मिक खर्च की संभावना को ध्यान में रखते हुए ऐसा करना सहज मनोवृत्ति होती है।

अलीराजपुर की सेवानिवृत्त हेड मास्टर सुश्री सिंधु कावड़े ने 80 वर्ष की उम्र में अपने जीवन भर की बचत में से 51 हजार रूपये कोरोना रिलीफ फंड में दान देकर इस मनोवृत्ति को नकार कर मिसाल पेश की है। सुश्री कावड़े ने यह चैक जिला कलेक्टर श्रीमती सुरभि गुप्ता को सौंपा।

उम्र के 80वें पड़ाव में कोई सेवा निवृत्त महिला अपनी जमा-पूंजी में से 51 हजार रूपये मदद के उद्देश्य से दान कर दे, तो निश्चित रूप से उसका यह कदम अभिनंदनीय है। श्रीमतमी कावड़े ने साबित कर दिखाया है कि मदद करने का जज्बा सबसे बड़ा होता है, भले ही उम्र कितनी भी हो या आर्थिक हालात कैसे भी हो। पूरे जिले में सुश्री कावड़े के इस योगदान की भरपूर प्रशंसा हो रही है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश