Posted on 30 Aug, 2022 12:38 pm

उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण विभाग की योजनाओं की जानकारी आम नागरिकों तक पहुँचाने के लिये प्रभावी पहल की जाए। तहसील, ब्लॉक और कलेक्टर कार्यालय में योजनाओं की जानकारी देने वाले साइन बोर्ड लगाए जाए। उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह ने आज मंत्रालय में विभागीय समीक्षा में यह निर्देश दिए।

राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि योजनाओं में लाभ प्राप्त कर चुके कृषकों से चर्चा कर उनकी सफलता के अनुभव का संकलन किया जाए। सफलता पर आधारित किसानों के अनुभवों को विभिन्न प्रचार माध्यमों से दूसरे किसानों तक पहुँचाये, जिससे वे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ सकें।

राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि विभाग द्वारा स्व-सहायता समूहों के माध्यम से उद्यानिकी नर्सरियों के संचालन की शुरूआत वर्ष 2020-21 में की गई। वर्तमान में स्व-सहायता समूहों द्वारा 137 उद्यानिकी नर्सरी स्थापित की गई है। मनरेगा में 93 लाख 75 हजार पौधे तैयार किये गये है। विशेष कर बुन्देलखण्ड क्षेत्र में किसानों को पान की खेती से जोड़ने के लिये की गई पहल में 592 किसानों को पान की खेती से जोड़ा गया।

राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि "एक जिला एक उत्पाद" में फसल आधारित खादय प्र-संस्करण में 151 इकाईयों की स्थापना कर उनको मार्केट से लिंक करने का काम किया गया है। अब तक प्रदेश में 14 लाख 28 हजार मीट्रिक टन कोल्ड स्टोरेज क्षमता विकसित की जा चुकी है। प्रदेश में विभागीय नर्सरियों और गौ-शालाओं के समन्वय से प्राकृतिक बागबानी विकास में प्रारंभिक स्तर पर एक-एक नर्सरी का एक-एक संभाग में चयन किया गया। जैविक उद्यानिकी को प्रोत्साहन देने और गौ-शालाओं को सम्पन्न बनाने की दिशा में पशुपालन विभाग के साथ मिलकर कार्य योजना तैयार की गई है। कृषि और किसान कल्याण विकास में संचालित प्राकृतिक खेती योजना में समन्वय स्थापित कर प्राकृतिक खेती से उद्यानिकी किसानों को जोड़ा जा रहा है। कृषि के विविधिकरण को प्रोत्साहित करने के लिये तैयार की गई रणनीति पर काम किया जा रहा है। प्रदेश में मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने प्रधानमंत्री सूक्ष्म, खाद्य, ऊधम योजनाआ में शहद प्र-संस्करण इकाइयो की स्थापना के लिए कृषक उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जा रहा। कृषकों के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रा रहा। विभाग द्वारा माली प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू किया गया है।

बैठक मे मॉडल विकासखण्डों के सुदृढ़ीकरण, सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण ईकाईयों की स्थापना, हाईटैक फ्लोरी कल्चल नर्सरी और पॉटेटो शिशु कल्चर और ऐरोपेनिक लेब की स्थापना सहित अन्य कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गई। अपर मुख्य सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण श्री जे.एन कंसोटिया, संचालक उद्यानिकी सुश्री निधि निवेदिता, एमडी एमपी एग्रो श्री राजीव जैन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

Recent